ब्लड कैंसर में मददगार वियाग्रा

रिसर्च: ब्लड कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में मददगार वियाग्रा

751 0

नई दिल्ली। पुरुषों में होने वाली इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या दूर करने वाली दवा वियाग्रा का नाम आपने जरूर सुना होगा, लेकिन यह सुनकर आपको हैरानी होगी कि इस दवाई से अब ब्लड कैंसर जैसी बीमारी ठीक हो सकती है।

वियाग्रा से  ठीक किया जा सकता है ब्लड कैंसर को

बता दें कि ब्लड कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे पूरी दुनिया परेशान है। हमारे देश में ही हर साल लगभग एक लाख लोग इस बीमारी के शिकार होते हैं। इस बीमारी में सफेद रक्त कणिकाओं का बनना बंद हो जाता है या फिर बहुत ही कम हो जाता है। लेकिन हाल ही में हुए एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को ठीक करने वाली दवाई वियाग्रा से ब्लड कैंसर को ठीक किया जा सकता है।

वायु प्रदूषण से भी हो सकता है हार्ट अटैक, शोध में खुलासा 

वियाग्रा दवाई का बनाने का मकसद इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को ठीक करना नहीं था

वियाग्रा दवाई का बनाने का मकसद इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को ठीक करना नहीं था। इस दवाई को इस लिए तैयार किया गया था कि यह पल्मोनरी आरट्रियल हाइपरटेंशन के लक्षणों का इलाज कर सके। पल्मोनरी आरट्रियल हाइपरटेंशन एक तरह की हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी है जो दिल और फेफड़ों के बीच होती है।

पल्मोनरी आरट्रियल हाइपरटेंशन के दौरान फेफड़ों में हाइपरटेंशन की स्थिति बन जाती है। जिस वजह से हृदय को फेफड़ों तक खून पहुंचाने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसा स्थिति में वियाग्रा दवा फेफड़ों में फोस्पोडायस्टेरियस एंजाइम बनाती है और रक्त धमनियों को चौड़ा कर फेफड़े को आराम पहुंचाने का काम करती है।

अभी तक यह रिसर्च सिर्फ चूहों पर हुई है, लेकिन इसे जल्द ही इंसानों पर भी किए जाने की जा रही है बात 

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया में हुई रिसर्च में इस बात के पुख्ता साबूत हैं कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की परेशानी में मदद करने वाली वियाग्रा ब्लड स्ट्रीम के बोन मैरो में स्टेम सेल्स को रिलीज करने में सहायता करती है, जिससे कलेक्शन आसान हो जाता है। इस अध्ययन में ये भी बताया गया है कि सैनोफी के स्टेम सेल मोबिलाइजर मोजोबिल को वियाग्रा के साथ पेयर करके दिया जाए तो यह बेहतर काम करता है। हालांकि अभी तक यह रिसर्च सिर्फ चूहों पर हुई है। लेकिन इसे जल्द ही इंसानों पर भी किए जाने की बात कही जा रही है।

कोलोरेक्टल कैंसर से बचा सकती है वियाग्रा

चूहों पर वियाग्रा के असर के आधार पर अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर चूहों को रोजाना वियाग्रा कि छोटी सी डोज दी जाए। तो उनमें कोलोरेक्टल कैंसर होने के खतरे को कई गुना कम किया जा सकता है। हालांकि वियाग्रा का रिसर्च अभी तक सिर्फ जानवरों पर हुआ है, लेकिन बहुत जल्दी ही मरीजों पर भी इसका ट्रायल किया जाएगा।

Related Post

Children's Mental Health

बच्चों की मेंटल हेल्थ सुधारेगा ‘संवेदना’, बाल आयोग ने की पहल

Posted by - October 22, 2020 0
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण महामारी के कारण बच्चों मानसिक स्वास्थ्य (Children’s Mental Health)  काफी प्रभावित हुआ है। बच्चों की मदद…