नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बीच टीकाकरण की प्रक्रिया भी तेजी से जारी है। 1 मई से कोरोना का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर फ्री में वैक्सीनेशन देने की बात की है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने ट्वीट में कहा है कि भारत को फ्री कोरोना वैक्सीन दी जानी चाहिए।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एडजेक्टिव और एडवर्ब का उदाहरण देते हुए कोरोना वैक्सीन फ्री में देने की बात की है और कहा है कि उम्मीद करता हूं कि इस बार वो समझ जाए। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ”भारत को कोविड वैक्सीन जरूर दी जानी चाहिए। सभी लोगों को फ्री में वैक्सीन का डोज मिलना चाहिए।”
free /friː/
adjective, adverbcosting nothing, or not needing to be paid for. e.g.-
• India must get free COVID vaccine.
• All citizens must receive the inoculation free of charge.Let’s hope they get it this time. #vaccine
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 29, 2021
इससे पहले भी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कोरोना वैक्सीन की कीमत को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना टीका विकसित करने के लिए वैक्सीन कंपनियों को लोगों का पैसा दिया गया था। राहुल ने कहा कि अब भारत सरकार इन्हीं लोगों को टीकों के लिए दुनिया में सबसे ज्यादा कीमत चुकाने पर मजबूर कर रही है। राहुल के इस आरोप पर बीजेपी नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने पलटवार किया था।
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि इनकी परेशानी ये है कि इनको कही से ‘कट’ नहीं मिल पा रहा है। गिरिराज सिंह ने कहा कि देशी कंपनी बढ़ेगी तो विदेशी कंपनी की दलाली कैसे खायेंगे?? वहीं राहुल ने केंद्र की बीजेपी सरकार (Central Government) पर आरोप लगाया कि फेल सिस्टम ने ‘मोदी मित्रों’ के लिए जनता को फेल कर दिया है।
लॉकडाउन में सेंट्रल विस्टा के निर्माण पर सवाल
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लॉकडाउन के दौरान सरकार की तरफ से अपनी महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के निर्माण कार्य को जरूरी सेवाओं के दायरे में लाने को लेकर भी सवाल उठाया।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया, “सेंट्रल विस्टा जरूरी नहीं, दूर दृष्टि वाली केंद्र सरकार आवश्यक।” इस प्रोजेक्ट के तहत नए संसद भवन का निर्माण कार्य और राजपथ का फिर से निर्माण किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने 19 अप्रैल को CPWD के अनुरोध के बाद प्रोजेक्ट में लगे वाहनों के आने-जाने के लिए अपनी मंजूरी दे दी थी।