नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से एनआरसी, सीएए और अब एनपीआर के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कई राज्यों में इसे लागू होने से रोकने के लिए लड़ाई चल रही हैं। ऐसे में सरकार के विपक्षी दल भी इसे मुद्दा बनाकर राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं।
जिसके चलते एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन), सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) और एनपीआर (नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर) को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
आज सोमवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव से अनुरोध करता हूं कि वे एनपीआर नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर पर रोक लगाएं, जैसा कि केरल ने किया था।
AIMIM chief Asaduddin Owaisi: I request Telangana CM K Chandrashekar Rao to put a stay on National Population Register enumeration as Kerala did. NPR has no relation with the census & social welfare schemes. It is purely an exercise to implement NRC in the future. pic.twitter.com/6Ip7An64B5
— ANI (@ANI) February 17, 2020
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि एनपीआर का जनगणना और सामाजिक कल्याण योजनाओं से कोई संबंध नहीं है। यह विशुद्ध रूप से भविष्य में NRC को लागू करने की एक कवायद है। इसीलिए इस पर तुंरत रोक लगाई जाए।
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वहीं दूसरी तरफ जामिया मामले में भी असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया हैं। उन्होनें दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने झूठ कहा कि वो जामिया के अंदर नहीं घुसी। बल्कि दिल्ली पुलिस जामिया के अंदर घुसी और एक बच्ची की आंख को ज़ख्मी किया।
वीडियो से पता चलता है कि बच्चे बाहर निकलना चाहते थे लेकिन पुलिस पीछे से बच्चों को मार रही थी। जामिया के वाइस चांसलर ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से पुलिस के खिलाफ शिकायत की है, उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।