Mahavir Jayanti

जैन धर्म का प्रमुख त्योहार आज महावीर जयंती, जानें इस पर्व का इतिहास

362 0

लखनऊ: महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) जैन धर्म (Jainism) का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। शुभ त्यौहार जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर (Lord Mahavir) के जन्म को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, जैन धर्म के 24वें तीर्थकर महावीर स्वामी (Mahavir Swami) का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को हुआ था। इस साल 14 अप्रैल, गुरुवार को महावीर जयंती मनाई जाएगी। जैन ग्रंथों और धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, भगवान महावीर का जन्म 59 9 बीसीई (चैत्र सुस 13) में चैत्र के महीने में चंद्रमा के उज्ज्वल आधे दिन के 13 वें दिन का हुआ था।

त्योहार के बारे में दिलचस्प तथ्य

महावीर 24 वें और आखिरी जैन तीर्थंकर (धर्म के एक उद्धारकर्ता और आध्यात्मिक शिक्षक) थे जिन्होंने जैन धर्म के मूल सिद्धांतों की स्थापना की थी। महावीर को वर्धमान भी कहा जाता था। उन्होंने 30 साल की उम्र में सबकुछ छोड़ने के बाद 12 साल के जीवन को एक तपस्या के रूप में बिताया। उन्होंने 527 बीसी में 72 साल की उम्र में मोक्ष (जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति) प्राप्त की।

महावीर ने आध्यात्मिक स्वतंत्रता सिखाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया, और दुनिया भर में जैन धर्म के अनुयायियों ने इस दिन अपने दर्शन का सम्मान करने के लिए मनाया।

इतिहास और महत्व

महावीर का जन्म राजा सिद्धार्थ और इश्वाकू राजवंश के क्वीन त्रिशाला का जन्म हुआ, बिहार में क्षत्रियकुंड में 59 9 ईसा पूर्व में।

उन्होंने शुरुआती उम्र में अपने पिता के राज्य को संभाला और 30 से अधिक वर्षों तक शासन किया। बाद में, उन्होंने सभी सांसारिक संपत्तियों को छोड़ दिया और जीवन में ज्ञान लेने का फैसला किया।

यह भी पढ़ें: डॉ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की आज 131 वीं जयंती, जानें 10 अहम बातें

Related Post

CM Yogi

यूपी में कोरोना की नई गाइडलाइन : बिना अनुमति के नहीं होगा कोई कार्यक्रम

Posted by - March 23, 2021 0
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अब सार्वजनिक कार्यक्रम व जुलूस बिना पूर्व अनुमति के नहीं होंगे। वहीं, सरकार ने स्पष्ट…

Navratri 2019: महाष्टमी पर अपने रिश्तेदारों को भेजे शुभकामना का ये खास संदेश

Posted by - October 4, 2019 0
लखनऊ डेस्क। नवरात्रि में अष्टमी तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप…