किसान आंदोलन को सात महीने हो चुके हैं लेकिन केंद्र सरकार और किसाननों के बीच विवाद सुलझता नजर नहीं आ रहा। किसान आ ‘खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ दिवस मना रहे हैं, इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आंदोलन खत्म करने की मांग की। उन्होंने कहा- भारत सरकार कानून के किसी भी प्रावधान पर बात करने के लिए भी तैयार है और उसका निराकरण करने के लिए भी तैयार है।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि नए कृषि कानूनों से संबंधित प्रावधानों पर किसी भी किसान संगठन से और कभी भी बात करने को तैयार हैं। बता दें कि बीते दिन किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि रकार ने कृषि मंत्री को पिंजरे वाला तोता बना रखा है, उन्हें अधिकार दिए जाएं तो फैसला हो जाएगा।
नरेंद्र सिंह तोमर ने आगे कहा कि “देश का एक बड़ा तबका इन कानूनों के समर्थन में खड़ा है। फिर भी अगर किसानों को कानून के किसी प्रावधान से कोई आपत्ति है तो सरकार उनकी बात सुनने, उनसे चर्चा करने और उस पर काम करने को तैयार है।”
दिल्ली की सीमा पर महीनों से डटे किसान संगठन एक बार फिर से ट्रैक्टर रैली निकालकर अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी सिलिसले में शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हजारों किसानों ने बैठक की। खबर यह भी रही कि शुक्रवार को बड़ी संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर रैली को लेकर अपना रिहर्सल भी किया है।