शुगर और सेहत रहेगी कंट्रोल

इस तरह के आटे की रोटियां खाने से शुगर और सेहत रहेगी कंट्रोल

2061 0

नई दिल्ली। डायबिटीज की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसका प्रमुख कारण गलत खान-पान और खराब जीवन शैली है। भारत में डायबिटीज से पीड़ित 25 वर्ष से कम आयु के हर चार लोगों में से एक को टाइप 2 मधुमेह है।

इस बीमारी का सही से ख्याल नहीं रखने पर व्यक्ति की हालात इतनी बिगड़ सकती है कि उसकी जान भी जा सकती है। टाइप 2 मधुमेह के लक्षण समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होते हैं। इस बीमारी के चपेट में आने के बाद आहार पर विशेष ध्यान देने चाहिए। बता दें कि रोटी के सेवन से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। डायबिटीज रोगियों को विशेष तरह के आटे की रोटियां खानी चाहिए।

डायबिटीज से पीड़ित लोगों को हाई-फाइबर वाली रोटियां खानी चाहिए

डायबिटीज से पीड़ित लोगों को हाई-फाइबर वाली रोटियां खानी चाहिए। फाइबर वाले अनाज से बने आटे की रोटियां हाई ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद भी करती हैं। जवार, बाजरा, ओट्स, किनवा और ब्रैन जैसे अनाज हाई फाइबर की श्रेणी में आते हैं। इन अनाजों में फआइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे ग्लाइसेमिक रिसपॉन्स बेहतर रहता है।

केंद्र स्कूल शिक्षा बजट में 3000 रुपये की करे कटौती : अभिजीत बनर्जी

कार्बोहाइड्रेट्स और कैलोरी काउंट

भोजन में कार्ब्स की अधिक मात्रा ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। कार्बोहाइड्रेट कार्ब्स का ही एक रूप है। इसलिए जब भी आप कोई रोटी या सैंडविच बनाएं तो ऐसी ब्रेड चुने जिनमें कार्ब्स की मात्रा कम हो। मल्टी ग्रेन या होल ग्रेन ब्रेड का इस्तेमाल एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस तरह के ब्रेड में कैलोरी काउंट कार्ब्स का इंटेक कम रखना आसान होता है।

डायबिटीज मरीज को होल ग्रेन आटे का सेवन करना चाहिए

डायबिटीज मरीज को होल ग्रेन आटे का सेवन करना चाहिए। गेहूं के आटे के जगह रागी, बाजरा और जई जैसे अनाज के आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर घर में साधारण गेहूं का आटा है तो आप उसमें रागी, सोयाबीन, मकई का आटा या बाजरे का आटा मिला सकते हैं।

बेसन की रोटी डायबिटीज के मरीजों के लिए है वरदान 

डायबिटीज के मरीजों के लिए चने की रोटी वरदान है क्योंकि कई बार डॉक्टर केवल गेंहू के आटे की रोटी खाने से मना करते हैं। चने और गेहूं के मिक्स आटे की रोटी बनाने से स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही इसको खाने से शुगर का स्तर भी सामान्य बना रहता है। इसीलिए इस रोटी को मरीजों को प्रतिदिन खाने की सलाह दी जाती है।

Related Post

‘डार्क सर्किल’ से आप भी हैं परेशान, इस नुस्खे से करेंगे समस्या का समाधान

Posted by - July 29, 2019 0
 लखनऊ डेस्क। डार्क सर्किल आपकी खूबसूरती का निखार छीन लेते हैं। आंखों के नीचे होने वाले काले धब्बे की वजह…
एंटीबायोटिक्स

मानव स्वास्थ्य पर एंटीबायोटिक्स का पड़ता है सकारात्मक प्रभाव

Posted by - December 12, 2019 0
नई दिल्ली। एंटीबायोटिक्स दवा जो बैक्टीरिया के विकास को नष्ट या धीमा कर देती हैं। एंटीबायोटिक्स मानव स्वास्थ्य पर भी…
RAJ THACKERY

राज ठाकरे बोले- अनिल देशमुख तुरंत इस्तीफा दें, केंद्र सरकार से की जांच की मांग

Posted by - March 21, 2021 0
मुंबई । एंटीलिया मामले और पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के लेटर बम ने महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल…