इस डर से देश में 70 फीसदी सस्ता हुआ चिकन, बिक्री में भारी गिरावट

827 0

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारत में चिकन की बिक्री में 50 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखी जा रही है, जिसके कारण इसके दाम एक महीने में 70 फीसदी से ज्यादा गिर गए हैं।

सोशल मीडिया पर इस तरह के अफवाहों से मुर्गी मांस के दाम और बिक्री दोनों में गिरावट आई

गोदरेज एग्रोवेट के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस तरह के कयास लगाये जा रहे हैं कि चिकन से कोरोना वायरस फैल सकता है। इससे बाजार में मुर्गी मांस के दाम और बिक्री दोनों में गिरावट आई है। गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक बीएस यादव ने बताया कि उसकी पॉल्ट्री शाखा गोदरेज टायसन फूड्स को भी कठिनाई आई है, क्योंकि पिछले एक महीने में इनकी बिक्री में 40 प्रतिशत की भारी कमी आई है। इससे पहले सप्ताह भर में 6 लाख मुर्गे-मुर्गियों की बिक्री होती थी, जिसमें काफी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि हालांकि, अगले 2-3 महीनों में यदि अफवाहों पर विराम लगता है। तो इसके बाद चिकन की खपत बढ़ जायेगी और फिर देश में चिकन की कमी की स्थिति उत्पन्न होगी।

Women’s Day 2020 : जानें कौन सी बातों ने बनाया एंजेला मर्केल को आयरन लेडी?

अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

इसकी वजह से कीमतों में भारी वृद्धि हो सकती है। यादव ने कहा कि सरकार ने परामर्श जारी किया है कि कोरोना वायरस चिकन से नहीं फैलता है। राज्य सरकारों से भी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। यादव ने संवाददाताओं से कहा कि भारत में चिकन खाना सुरक्षित है, लेकिन चिकन से कोरोनोवायरस फैलने की अफवाहों ने हमारे देश में केवल एक महीने में 50 प्रतिशत से अधिक की मांग को प्रभावित किया है और बाजार की कीमतों में भी 70 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।

पहले हफ्ते में होती थी 7.5 करोड़ चिकन की बिक्री

उन्होंने कहा कि देश में एक सप्ताह में होने वाली चिकन की बिक्री 7.5 करोड़ के मुकाबले घटकर 3.5 करोड़ चिकन की रह गई है, जबकि पिछले एक महीने में जो कीमत 100 रुपये किलो थी वह बाजार में अब घटकर 35 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई हैं, जबकि इसकी लागत लगभग 75 रुपये प्रति किलोग्राम बैठती है। यादव ने कहा कि मुर्गी से कोरोनोवायरस फैलने की व्हॉट्सएप पर फैली अफवाह के कारण पूरा पॉल्ट्री उद्योग और किसान प्रभावित हुए हैं। चिकन का उत्पादन बढ़ गया है, जिसे कम कीमत पर बाजार में खपाया जा रहा है।

Related Post

CM Dhami

अंकिता भण्डारी के नाम पर रखा जायेगा राजकीय नर्सिंग कॉलेज डोभ (श्रीकोट) का नाम: CM धामी

Posted by - September 16, 2023 0
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) के निर्देश पर राजकीय नर्सिंग कॉलेज डोभ (श्रीकोट) का नाम दिवंगत बेटी अंकिता…
पुलिस को नहीं मिल पा रहा धनंजय का कोई सुराग

पुलिस को नहीं मिल पा रहा धनंजय का कोई सुराग

Posted by - April 5, 2021 0
पूर्व प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में लखनऊ पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। छापेमारी करने जा रही पुलिस टीम बैरंग वापस लौट रही हैं। शनिवार को जौनपुर में उसके कालीकुत्ती स्थित आवास व अन्य स्थानों पर छापेमारी की गयी  थी लेकिन उसके न मिलने पर पुलिस टीम को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा था। इसके अलावा पुलिस टीमों ने राजधानी में धनंजय के करीबी लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका है। मालूम हो कि सूबे की राजधानी लखनऊ में गत छह जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुठभेड़ में मारे जा चुके अजीत सिंह हत्याकांड के शूटरों में एक कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डाक्टर के बयान के आधार पर लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया था। पुलिस को चकमा देकर धनंजय सिंह ने पिछले महीने पुराने केस में एमपीएमएलए कोर्ट प्रयागराज में आत्मसमर्पण कर दिया था। नैनी सेंट्रल जेल से उसे फतेहगढ़ सेंट्रल जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। महाराष्ट्र में कोरोना से हालात बेकाबू, सरकार का नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान जब तक लखनऊ पुलिस उसे अजीत हत्याकाण्ड में वारन्ट लेती तब तक गत 31 मार्च को एमपीएमएलए कोर्ट से जमानत मंजूर हो जाने पर वह गुपचुप तरीके से जेल से रिहा हो गया था। इसे लेकर लखनऊ पुलिस की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद से लखनऊ पुलिस अजीत हत्याकाण्ड में उसे आरोपी मानकर लगातार  छापेमारी कर रही है लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। इसी कड़ी में धनंजय सिंह की तलाश में शनिवार को जौनपुर गयी लखनऊ पुलिस की टीम ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर उसके कालीकुत्ती स्थित आवास पर दबिश दी थी। वह घर पर नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश में जमैथा निवासी करीबी आशुतोष सिंह के दीवानी कचहरी रोड स्थित आवास पर भी छापेमारी की थी। पूर्व सांसद के गृह गांव सिकरारा थाना क्षेत्र के बनसफा गांव में भी दबिश दी गयी। मालूम हो कि शनिवार को धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी ने जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था।  

जन्नत के नाम पर बच्चों को मरवाते हैं ये लोग – राज्यपाल मलिक

Posted by - October 22, 2019 0
जम्मू कश्मीर। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने हालिया बयान में नेताओं पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा यहां जितने समाज, धर्म,…
जड़ से खत्‍म होगा डैंड्रफ

सर्दियों में अपनाएं ये पांच उपाय, जड़ से खत्‍म हो जाएगा डैंड्रफ

Posted by - December 3, 2019 0
नई दिल्ली। सर्दी के मौसम में त्वचा और बालों के स्‍वास्‍थ्‍य को बरकरार रखने की आवश्यकता होती है। अक्‍सर सर्दियों…