प्रकाश जावडेकर

बीजिंग से कम समय में दिल्ली को प्रदूषण से दिलाएगें मुक्ति : प्रकाश जावड़ेकर

848 0

नई दिल्ली। लोकसभा में शीतकालीन सत्र के पांचवें दिन वायु प्रदूषण को लेकर चर्चा हुई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित देश में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति पर विभिन्न दलों ने चिंता जताई।

पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि बीजिंग को वायु प्रदूषण से निपटने में 15 साल लगे

इसी बीच पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि बीजिंग को वायु प्रदूषण से निपटने में 15 साल लगे। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में इससे कम समय में वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाएंगे। लोकसभा में वायु प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत हुई चर्चा का जवाब देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिये जन आंदोलन की जरूरत है। यह कोई राजनीतिक सवाल नहीं है। इससे हम सभी को मिल कर निपटना है और इसके लिये सतत प्रयास जरूरी है।

उद्धव ठाकरे विधायकों से बोले- क्यूं टूटा बीजेपी से 25 साल पुराना नाता 

अगले महीने बुलाएंगे पर्यावरण मंत्रियों की बैठक

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि अगले महीने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यावरण मंत्रियों की बैठक बुलाई जा रही है। जिसमें प्लास्टिक की समस्या से निपटने और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर रणनीति पर चर्चा की जायेगी । जावड़ेकर ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, भाजपा की मेनका गांधी और कुछ अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी दी।

Related Post

CM Dhami

सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री डॉ० महेन्द्र नाथ पाण्डेय से भेंट की

Posted by - February 2, 2024 0
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री भारी उद्योग डॉ० महेन्द्र नाथ पाण्डेय (Dr.…
CM Dhami

श्रमिकों के कल्याण के लिए व्यापक स्तर पर किये जा रहे हैं अनेक काम: धामी

Posted by - June 22, 2025 0
हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने रविवार को ऋषिकुल आर्युवेदिक कॉलेज ऑडिटोरियम में भारतीय मजदूर संघ उत्तराखंड द्वारा…
CM YOGI

योगी आदित्यनाथ ने कहा – रेमडेसिवीर जैसी किसी भी जीवनरक्षक दवा का प्रदेश में अभाव नहीं

Posted by - April 27, 2021 0
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  (Yogi Adityanath) ने कहा है कि रेमडेसिवीर जैसी किसी भी जीवनरक्षक दवा का प्रदेश में अभाव…