उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर (Corona’s havoc in up) जारी है। रोजाना कोरोना के नए केस के आंकड़े और भी ज्यादा डरावने होते जा रहे हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में यानी बुधवार को कोरोना के 33,214 नए केस सामने आए। वहीं इस संक्रमण की वजह से 187 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इसी बीच गुरुवार की सुबह प्रदेश में 2900 नए कोरोना मरीज मिले हैं। सबसे अधिक मामले राजधानी लखनऊ में सामने आए हैं।
ऑक्सीजन, दवाओं की कमी
राज्य में कोरोना संक्रमण (Corona’s havoc in up)ने अभी तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वायरस की दूसरी लहर में सभी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। घर पर आइसोलेट संक्रमित मरीजों को समय से दवाइयां नहीं उपलब्ध हो पा रहीं। संक्रमण बढ़ते ही अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाओं की कमी होने लगी है। तमाम कोशिशों के बावजूद सरकार संक्रमण के रोकथाम में विफल नजर आ रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देश पर प्रदेश में 77 हजार से ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसके साथ ही प्रवासियों के लिए 349 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रवासियों की जांच कर उनके पॉजिटिव आने पर उन्हें क्वारंटीन किया जा रहा है।
ऑक्सीजन का संकट
बुधवार को कोरोना संक्रमण ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। प्रदेश में 24 घन्टे में 33 हजार से ज्यादा मरीज मिले थे, जबकि 187 की मौत हो गई थी। राजधानी लखनऊ शहर के करीब 60 अस्प्तालों में ऑक्सीजन का संकट है। गंभीर स्थिति को देखते हुए मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है। हेल्थ सिटी के डायरेक्टर डॉक्टर संदीप कपूर ने कहा कि ऑक्सीजन का संकट है। अस्पताल में वेंटिलेटर पर भर्ती 25 मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया जा चुका है। वहीं विभिन्न अस्पतालों से 48 घण्टे में 225 के करीब मरीज इधर से उधर शिफ्ट किए गए हैं। चरक अस्पताल में बुधवार देर रात एक मरीज की मौत हो गई. इससे पहले लोहिया संस्थान में ऑक्सीजन के अभाव में तीन मरीजों की मौत हो चुकी है।
                        
                
                                
                    
                    
                    
                    
                    
