प्रयागराज । जिले में चार साल पुराने मामले की सुनवाई के लिए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं (congress leaders) ने एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया। यहां सुनवाई के बाद सभी को अंतरिम जमानत दे दी गई। मामले की अगली सुनवाई पांच अप्रैल को होनी है।
नेताओं (congress leaders) पर चल रहे मुकदमों की सुनवाई करने के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट बनाया गया। इसी कड़ी में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री, पूर्व मंत्री प्रदीप जैन, निर्मल खत्री, बोधलाल शुक्ला, केके शर्मा, रमेश मिश्रा ने विशेष कोर्ट में सरेंडर किया। मामले की सुनवाई करने के बाद जज पवन कुमार तिवारी ने सभी आरोपियों को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया।
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मामला लखनऊ में किये गए प्रदर्शन के दौरान हंगामा और पथराव करने का है। विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने सभी आरोपियों से 20-20 हजार की दो जमानत और मुचलका पेश करने पर सभी को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया। अब मामले की अगली सुनवाई पांच अप्रैल को होगी। इसी मामले में न्यायिक हिरासत में लेने के बाद राजब्बर को भी अंतरिम जमानत दी गई थी।
बता दें कि 17 अगस्त 2015 को चौकी प्रभारी लक्ष्मण मेला ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने गन्ना के मूल की भुगतान, भ्रष्टाचार, पेट्रोल के दाम बढ़ाने को लेकर जमकर हंगामा और पुलिस के ऊपर पथराव किया। इस दौरान अधिकारी जख्मी हो गए।
इसी मामले के मुकदमे की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है। पांच अप्रैल को मुकदमे की अगली सुनवाई होनी है, जिसमें कई बड़े दिग्गज नेता कोर्ट के हिरासत में रहेंगे। इस मामले में राजब्बर से लेकर कई पार्टी पेश होंगे। इसके बाद जमानत की अर्जी पर सुनवाई की जाएगी।