नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में समर्थन को लेकर शिवसेना नेता संजय राउन ने मंगलवार को बयान देकर सस्पेंस बढ़ा दिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्यसभा में कल आएगा। लोकसभा में जो हुआ वह भूल जाइए। बता दें कि शिवसेना ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया था।
राजनीति में अंतिम कुछ नही होता…
चलता रहता है..— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 10, 2019
नागरिकता संशोधन बिल का राज्यसभा में समर्थन करने पर शिवसेना ने कहा कि अलग-अलग भूमिका होती क्या हमारी? राष्ट्र के हित की भूमिका लेकर शिवसेना खड़ी रहती है, ये किसी की मोनोपोली नहीं है। बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल का शिवसेना ने लोकसभा में समर्थन किया है।
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल (CAB) लंबी चर्चा के बाद लोकसभा से पास हो चुका है। विधेयक के पक्ष में 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े। अब बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। लोकसभा में बिल को कांग्रेस, एनसीपी, डीएमके, बीएसपी, समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम समेत अन्य दलों ने संविधान के खिलाफ बताया है।
निचले सदन में विधेयक पर सदन में सात घंटे से अधिक समय तक चली चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं सदन के माध्यम से पूरे देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह विधेयक कहीं से भी असंवैधानिक नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन नहीं करता। अगर इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं होता तो मुझे विधेयक लाने की जरूरत ही नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि नेहरू-लियाकत समझौता काल्पनिक था और विफल हो गया और इसलिये विधेयक लाना पड़ा।
बिल के खिलाफ पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बता दें कि छात्र संगठनों की तरफ से संयुक्त रूप से बुलाया गया 11 घंटे का बंद सुबह पांच बजे शुरू हो गया है। पूर्वात्तर छात्र संगठन (एनईएसओ) ने इस विधेयक के खिलाफ शाम चार बजे तक बंद का आह्वान किया है। कई अन्य संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी इसे अपना समर्थन दिया है। इस बंद के आह्वान के मद्देनजर असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।