मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Chief Minister Tirath Singh Rawat) बुधवार को दिल्ली जाएंगे. सीएम के बुधवार के सभी प्रोग्राम रद्द कर दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, उपचुनाव पर राष्ट्रीय संगठन कर बातचीत सकता है. दायित्व बांटने को लेकर भी चर्चा हो सकती है. सीएम तीरथ आज ही चिंतन शिविर से लौटे हैं.
चिंतन शिविर में खींचा गया 2022 के रोडमैप का खाका
बीजेपी के चिंतन शिविर में 2022 के रोडमैप को लेकर एक खाका खींचा गया है. मंथन से जुलाई से लेकर दिसंबर तक के कार्यो की रूपरेखा तय की गई है. जिसमें पन्ना प्रमुख से लेकर प्रधानमंत्री तक के कार्यक्रमों को शामिल किया गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि 70 विधानसभा में 70 पूर्णकालिकों की तैनाती होगी. जिनकी जिम्मेदारी बूथ और पन्ना स्तर तक तैयारी और समन्वय की होगी. प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर भी गहन मंथन किया गया. चिंतन शिविर में पार्टी ने जुलाई के महीने से दिसंबर तक के कार्यक्रम जारी किए हैं.
जुलाई में जिले की कार्यसमिति होगी. सभी मंत्री जिला और मंडल स्तर पर भ्रमण पर जाएंगे. शक्ति केंद्र की बैठक भी जुलाई में होगी. बूथ की समिति के सत्यापन का कार्य और चुनाव का वॉर रूम भी जुलाई में बनेगा. पन्ना प्रमुख भी अगस्त तक बन जायेंगे. विधानसभा प्रभारी, चुनाव के लिए संचालक समिति, संयोजक सितम्बर तक बना दिये जायेंगे. सितम्बर में कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे.
पार्टी जहां से कहेगी वहां से लड़ूंगा चुनाव: सीएम तीरथ
मुख्यमंत्री बने रहने के लिए तीरथ सिंह रावत (Chief Minister Tirath Singh Rawat) का विधायक के रूप में चुना जाना जरूरी है. मार्च में जब उन्हें सीएम पद सौंपा गया था, तब वह सांसद के रूप में जनप्रतिनिधि थे. रावत ने कहा कि ‘मैं इस बारे में फैसला नहीं करूंगा, पार्टी करेगी. दिल्ली तय करेगी कि मुझे कहां से चुनाव लड़ना है और मैं आदेश का पालन करूंगा.’