Bijli Sakhi

बिजली सखियों ने बिजली विभाग के खजाने में जमा कराए 110 करोड़ रुपये

480 0

प्रदेश की महिलाएं स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनकर अपने सपनों को कर रही साकार (Second Heading)

सरकार की पहल से रोशन हो रही ग्रामीण और शहरी महिलाओं की जिंदगी (Third Heading)

लखनऊ। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूती देने की पहल मिसाल कायम कर रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है। स्वयं सहायता समूह( एस एच जी) की  महिलाओं को विद्युत सखी (Bijli Sakhi) बनाकर सरकार ने दोहरा काम किया है।

बिजली  सखी (Bijli Sakhi) महिलाएं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में उपभोक्तओं को बिजली बिल(Electricity Bill) बांटने के साथ बिल की रकम की वसूली में सरकार की मदद भी कर रही हैं और स्वयं भी आर्थिक रूप से सक्षम हो रही हैं। यही नहीं, महिलाएं अब लोगों को उनके घर से बिल लेकर जमा करने की सुविधा दे रही हैं।  इन महिलाओं ने अभी तक बिजली विभाग (Electricity Department) के खजाने में 110 करोड़ रुपये बिजली बिल (Electricity Bill) की रकम जमा भी करा दी है।

विद्युत सखी योजना(Bijli Sakhi Yojna) के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन पूरे प्रदेश में 15521 समूह की महिलाओं को विद्युत सखी (Bijli Sakhi) बनाने के काम में जुटा है। वर्तमान में 8746 विद्युत सखियों ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में काम शुरू कर दिया है। इन महिलाओं ने 110 करोड़ रुपये बिजली बिल(Electricity Bill) की रकम इकट्ठा की है और इसके बदले में इनको कमीशन के रूप में 165 लाख रुपये प्राप्त हो चुके हैं।

हरदोई में 249, आजमगढ़ में 237, सीतापुर में 236, गाजीपुर में 234, बहराइच में 200, बस्ती में 187, गोरखपुर में 156, आगरा में 110, अयोध्या में 133, सुल्तानपुर में 140, अमेठी में 142, उन्नाव में 161 महिलाएं विद्युत सखी के रूप में काम कर रही है।

प्रदेश में तैयार होंगे 6 धन्वंतरि मेगा हेल्थ पार्क

योगी आदित्यनाथ ने 2017 में प्रदेश की कमान संभालने के बाद से ही प्रदेश की महिलाओं के हित में कई बड़ी योजनाओं को लागू किया।

राज्य सरकार की मंशा महिलाओं का स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना रही है।सरकार ने महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह गठित किये जिसके माध्यम से महिलाओं को स्वयं सक्षम बनने में काफी मदद मिली।  ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। विद्युत सखी योजना भी योगी सरकार की इसी पहल का उदाहरण है। जिसने महिलाओं की जिंदगी में रोशनी बिखेरने का काम किया है।

अब दूसरे कार्यकाल में भी सीएम योगी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कई नई योजनाएं लाने जा रहे हैं, जिससे उनकी स्थिति में सुधार आए और वो खुद अपने सपनों को पंख लगा सकें।

बदल गया ‘नैनी’ का नाम, अब अटल बिहारी वाजपेयी नगर

Related Post

Manufacturing Sector

सीएम योगी के वन ट्रिलियन इकॉनमी मिशन में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उल्लेखनीय योगदान

Posted by - April 9, 2025 0
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर इकॉनमी बनाने के मिशन में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर…
KGBV

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बने बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की पहचान

Posted by - September 6, 2025 0
लखनऊ। शिक्षक दिवस के अवसर पर जब पूरे देश में गुरुओं के योगदान को याद किया जा रहा है, उसी…
Ajay kumar lallu

भाजपा विधायकों ने पत्र लिखकर अव्यवस्था की खोली पोल : अजय कुमार लल्लू

Posted by - April 30, 2021 0
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी से बिगड़े हालात…
Gyanvapi Masjid

ज्ञानवापी मस्जिद: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुआ सर्वे

Posted by - May 15, 2022 0
वाराणसी। ज्ञानवापी (Gyanvapi Masjid) श्रृंगार गौरी मामले में न्यायालय के निर्देश पर लगातार दूसरे दिन रविवार को भी कड़ी सुरक्षा…