Bharadwaj Ashram

महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बनेगा भारद्वाज आश्रम, जहां खोजी गई विमान उड़ाने की 500 टेक्नीक

168 0

प्रयागराज: महाकुंभ से पहले धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण योगी सरकार की प्राथमिकता में है। इसी को लेकर योगी सरकार ने भारद्वाज मुनि के आश्रम के पुनर्निर्माण के लिए 13 करोड़ रुपए का बजट रखा है। यहां 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। महाकुंभ आयोजन शुरू होने से पहले सभी काम पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं।

महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज का भारद्वाज मुनि का आश्रम (Bharadwaj Ashram) आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन रहा है। यहीं दुनिया में पहली बार विमान उड़ाने की टेक्नोलॉजी खोजी गई। पौराणिक मान्यता के अनुसार भारद्वाज मुनि ने यहीं पर विमान उड़ाने के 500 प्रकार के तरीके ईजाद किए हैं। सूर्य की किरणों से चलने वाले विमान की टेक्नोलॉजी खोजने वाले भारद्वाज मुनि पहले ऋषि हैं।

कई राज्यों के मजदूर कर रहे कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक भारद्वाज मुनि के आश्रम (Bharadwaj Ashram) का पुनर्निर्माण का कार्य पूरी गति से आगे बढ़ रहा है। मंदिर के कॉरिडोर को अंतिम रूप देने के लिए दिन रात काम चल रहा है। निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कई राज्यों के मजदूरों को यहां लगाया गया है।

दीवारों से लेकर मुख्य द्वार तक हो रहा कायाकल्प

मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्राचीन भारतीय विमान निर्माण कला पर आधाारित महान वैज्ञानिक महर्षि भारद्वाज के आश्रम (Bharadwaj Ashram) का कायाकल्प किया जा रहा है। यहां दीवारों पर भित्ति चित्र जिसमें भारद्वाज ऋषि से जुड़ी कहानियां, भगवान राम के वन गमन के चित्र, वन्य जीवों के चित्र बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, छाया में बैठने के लिए बेंच, पर्याप्त मात्रा में डस्टबिन, मार्ग प्रकाश के लैंप, मुख्य द्वार का निर्माण, पार्किंग स्थल आदि निर्मित किया जा रहा है।

सप्त ऋषियों में सबसे ज्यादा सम्मान

संगम नगरी में महर्षि भारद्वाज का आश्रम (Bharadwaj Ashram) सदियों से सनातन संस्कृति कासंवाहक है। प्रयागराज को तीर्थराज कहा गया है। यहां की पौराणिक मान्यता है कि भारद्वाज मुनि प्रयागराज के प्रथम निवासी ऋषि थे। सप्तऋषि परिवार में भारद्वाज ऋषि का नाम सबसे ज्यादा आदर से लिया जाता है। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के अनुसार भारद्वाज आश्रम की देश और दुनिया में बहुत मान्यता है। इसकी वजह से साउथ इंडिया के काफी लोग प्रयागराज आते हैं। आश्रम कॉरिडोर बनने के बाद यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे।

लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद श्री राम ऋषि से मिलने आए

मान्यता है कि वन गमन से पहले प्रभु श्री राम माता सीता और लक्ष्मण भारद्वाज मुनि के आश्रम में रुके थे। यहीं आश्रम (Bharadwaj Ashram) से ऋषि ने उनको चित्रकूट जाने की सलाह दी थी। कहा जाता है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद प्रभु श्री राम ऋषि से मिलने उनके आश्रम दोबारा लौट कर आए थे।

Related Post

Siddharth Nath

रोड़ा अटकाने वाले हर काम का श्रेय लेने में लगे : सिद्धार्थनाथ

Posted by - December 13, 2021 0
राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह (Siddharth Nath) ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर गंभीर…
Ritu Suhas

सुदृढ़ और सम्मानजनक स्थिति उन्नत, समृद्ध और मजबूत समाज की द्योतक है स्त्री: ऋतु सुहास

Posted by - October 7, 2024 0
लखनऊ। स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) ने नवरात्री के शुभ अवसर पर सभी नगरीय निकायों में स्वच्छता में महिलाओं की भागीदारी…
CM Yogi inaugurated the Atal Residential School built in Moradabad

तुष्टीकरण से सरकार चलाने वाले आज घर के हैं न घाट के: सीएम योगी

Posted by - August 6, 2025 0
मुरादाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने बुधवार को मुरादाबाद में ₹79 करोड़ की लागत से निर्मित अटल आवासीय विद्यालय…
CM Yogi

दोनों लड़के जीते तो मिलकर लूटेंगे और हारेंगे तो फिर टूटेंगेः सीएम योगी

Posted by - May 14, 2024 0
बाराबंकी : इस देश में रामभक्त और रामद्रोही हैं। रामभक्त राम मंदिर से उत्साहित हैं तो रामद्रोही नाखुश हैं। रामभक्तों पर…