CORONAVIRUS

डॉक्टर से जाने कोरोना वायरस से जुड़े अहम् सवालों के जवाब

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हेल्थ डेस्क.    कोरोना वायरस पूरे वश्‍व में जिस तरह रफ़्तार पकड़ रहा है उससे हर किसी को सावधान रहने की जरूरत है.  वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं. सिर्फ सावधानी और स्वच्‍छता बरत कर आप इस वायरस से बच सकते है. लोगों के मन में कोरोना को लेकर कुछ सवाल है जो दुनियाभर में पूछे जाते हैं. वायरस को लेकर तमाम तरह की अफवाहे भी फैलाई जा रही हैं. ऐसे में जरूरी है की आपको इस वायरस से जुडी अहम् बातों के बारे में पता हो.

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कोरोना वायरस कैसे फैलता है?

कोरोना वायरस एक वायरल इंफेक्शन है। यह एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है। यह एक ड्रॉपलेट इंफेक्शन है। किसी को अगर कोरोना इंफेक्शन हो और अगर वो खांसे, तो वायरस है वह हवा में आ जाता है। कई बार वायरस जो हवा में आता है, वह सतह जैसे टेबल, कुर्सी, से किसी के हाथ पर आ जाता है। और फिर हाथ से चेहरे पर, फिर सांस की नली में आ सकता है। उस सतह को छूने वाला व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।

क्या ये वायरस घातक है?

डॉक्टर्स का मानना है कि यह वायरस घातक नहीं है। यह एक फ्लू वायरस है। इस वायरस की एकमात्र समस्या यह है कि ये इस वक्त अत्यधिक संक्रामक है और इसका संक्रामक दर सामान्य फ्लू वायरस से दस गुना अधिक है। यही चिंता का विषय है। अगर आप मृत्यु दर को देखें, तो ये सिर्फ 2.5 से 3 प्रतिशत है, वह भी बुज़ुर्ग रोगियों में, जिनकी उम्र 60 या 70 है। वो भी ऐसे लोग जो पहले से डायबिटीज़, दिल या कैंसर जैसी बीमारी के मरीज़ हैं। इसलिए, सभी असुरक्षित नहीं हैं। 80-85 प्रतिशत लोगों में हल्का इंफेक्शन देखा गया है। जिनके जल्द स्वस्थ हो जाने की संभवना है। उन्हें सिर्फ आइसोलेशन और घर पर आराम करने की ज़रूरत है।

क्या-क्या सावधानियां बरतें?

अगर किसी को ज़ुकाम, नज़ला, खांसी है तो वह अपनी खांसी को ढके या फिर अपनी बाज़ू में खांसे। टिश्‍यू या रुमाल का प्रयोग करे। ऐसे व्यक्ति से एक से दो मीटर की दूरी बना कर रखें। हमें अपने हाथ निरंतर साफ करने चाहिए। हैंड वॉश करना चाहिए। तो रेग्युलर हैंड वॉश, सोशल डिस्टेंस बहुत जरूरी है, जिससे हम इस वायरस से बच सकते हैं। और अपनी सेहत का ध्‍यान रख सकते हैं।

आम ज़ुकाम है या कोरोना वायरस ये कैसे पता चलेगा?

ये बात सच है कि कोरोना वायरस और फ्लू के लक्षण एक जैसे हैं। अगर आपके लक्षण मामूली हैं, तो आपको कोरोना वायरस टेस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है। अगर आपको हल्का बुख़ार, खांसी है तो सबसे अच्छा है कि आप खूब आराम करें और खूब पानी या तरल पदार्थ का सेवन करें। वहीं, अगर आपके लक्षण गंभीर होते दिख रहे हैं, तो अस्पताल जानें से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।

कोरोना का असर कितना?

कुछ देशों में कोरोना का असर ज्यादा है तो कहीं मौतें ज्यादा हो रही हैं, तो वहीँ किसी देश के राज्य में संक्रमण पर कंट्रोल है और मौतें भी वहां कम है। लेकिन उसी देश के दूसरे राज्य में इसके विपरीत भी देखा जा रहा है। ऐसा क्यों है इसका कारण नहीं पता लग सका है।

अगर संक्रमित हो जाते हैं तो क्या करे?

जो लोग हाल ही में ऐसे देश की यात्रा करके आए हैं, जो वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं, उन्हें कोई भी लक्षण न होने पर भी खुद का टेस्ट करवाना चाहिए। या जो लोग ऐसे किसी व्यक्ति से हाल ही में मिले हैं जो कोरोना वायरस प्रभावित देश से आया है, उन्हें भी फौरन टेस्ट करवाना चाहिए। जिन लोगों में इस वायरस के गंभीर लक्षण दिखें, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। वहीं, जिन लोगों में इसके हल्के लक्षण दिख रहे हैं, उन्हें घर पर ही रहना चाहिए। लेकिन ऐसी स्थिति में उनके आसपास के लोगों को सतर्क रहने की ज़रूरत है।

 

 

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