नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने ‘ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट’ (Operation Black Forest) को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी और कोबरा के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान गृहमंत्री ने जांबाजों के काम की सराहना की और उन्हें सम्मानित भी किया। नक्सलियों के खिलाफ यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ के बस्तर में कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर चलाया गया था। इस दौरान छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी मौजूद रहे।
गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट’ में शामिल रहे सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी और कोबरा के जवानों से मुलाकात की तस्वीरें साझा की। उन्होंने लिखा, “नई दिल्ली में अपने आवास पर ‘Operation Black Forest’ में अदम्य साहस और वीरता से नक्सलियों का मुकाबला करने वाले CRPF, छत्तीसगढ़ पुलिस, DRG व कोबरा के जवानों और उनके परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। कर्रेगुट्टालु की दुर्गम पहाड़ियों पर लगातार 19 दिनों तक चले सबसे बड़े नक्सल-विरोधी अभियान में बिना हताहत हुए 30 से अधिक नक्सलियों को मार कर इन वीर जवानों ने ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की। नक्सल विरोधी अभियानों के इतिहास में हमारे सुरक्षाबलों की बहादुरी स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाएगी।”
नई दिल्ली में अपने आवास पर ‘Operation Black Forest’ में अदम्य साहस और वीरता से नक्सलियों का मुकाबला करने वाले CRPF, छत्तीसगढ़ पुलिस, DRG व कोबरा के जवानों और उनके परिजनों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
अमित शाह (Amit Shah) ने आगे लिखा, ‘Operation Black Forest’ में जवानों ने न सिर्फ नक्सलियों के बेस कैम्प को नष्ट किया, बल्कि उनकी सप्लाई चेन को भी भारी आघात पहुँचाया। मोदी सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल-विरोधी अभियानों में शहीद या घायल हुए जवानों और उनके परिजनों के जीवन को सुगम बनाने के लिए कटिबद्ध है। कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से हमारे सुरक्षा बलों का सम्मान किया।” उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, “31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलमुक्त बनाना मोदी सरकार का संकल्प है। जब तक सारे नक्सली या तो आत्मसमर्पण न कर दें, पकड़े न जाएँ या समाप्त न हो जाएँ, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। इस संकल्प को पूरा करने में हमारे सुरक्षाबलों के त्याग और समर्पण पर पूरे देश को गर्व है।”