लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के 8 महीने पूरे हो गए हैं। इस नई सरकार के गठन के साथ ही 1988 बैच के गुजरात कॉडर के आईएएस अधिकारी रहे एके शर्मा (AK Sharma) को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) की सरकार में मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कराई गई। एके शर्मा (AK Sharma) को उत्तर प्रदेश सरकार के दो भारी-भरकम विभागों की जिम्मेदारी मिली, जिसका बजट तो उत्तर प्रदेश सरकार के बजट का 1/5 था, लेकिन घाटा उससे भी कई गुना ज्यादा।
एके शर्मा (AK Sharma) को घाटे में चल रहे ऊर्जा विभाग एवं नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी मिली। दोनों सीधे जनता से जुड़े हुए विभाग तो हैं ही, साथ ही इनके कर्मियों की लालफीताशाही से सूबे का हर नागरिक भली भांति परिचित है।
एके शर्मा (AK Sharma) ने राज्य के ऊर्जा और नगर विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री का पदभार ग्रहण करने के तत्काल बाद जनहित से जुड़े ऐसे कई फैसले लिए, जिसकी आज चारों तरफ प्रशंसा हो रही है। एके शर्मा (AK Sharma) ने नगर विकास विभाग एवं ऊर्जा विभाग को जनता के लिए समर्पित करते हुए विभागीय अधिकारियों, कर्मियों को स्पष्ठ निर्देश दिया है कि जनता को बेवजह कोई परेशान ना करे। इसके साथ ही उन्होंने लोगों की समस्याओं का तय समय पर अपने स्तर पर निस्तारण ना करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।
एके शर्मा (AK Sharma) को करीबी से जानने वालों के मुताबिक, वह उत्तर प्रदेश के ऐसे मंत्री हैं, जो जनता के लिए सदैव उपलब्ध रहते हैं। जनता के प्रति उनके समर्पण का आलम यह है कि जनता की समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने के लिए ‘तेज’ नाम का अपना पोर्टल बनाया है। एके शर्मा (AK Sharma) के नेतृत्व में नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग का काम आज साफ तौर पर दिख जा रहा है, जो कि राज्य सरकार के साथ-साथ सूबे के जनता के लिए फायदेमंद है।
एके शर्मा (AK Sharma) ने UP के नगर विकास विभाग के लिए किए ये अहम कार्य-
- सुबह 5 से 8 बजे तक नगरों में सफाई करने का निर्देश दिया गया।
- कर्मचारियों एवं अधिकारियों को मौके पर रहकर मशीनों का उपयोग करके सफाई कराने का निर्देश जारी किया गया।
- मुख्य मार्गों के साथ-साथ उन गलियों तक में साफ सफाई कराई, जहां कभी झाड़ू तक नहीं लगाई गई थी।
- यूपी के इतिहास में पहली बार व्यवसायिक क्षेत्रों में दिन में कई बार सफाई, सड़कों की मशीनों द्वारा सफाई तथा उनकी धुलाई शुरू कराई गई।
- गर्मी के दिनों में राज्य के नगरीय क्षेत्रों में पर्याप्त जल आपूर्ति पर ध्यान देने के साथ ही बरसात के दिनों में जल जमाव ना हो इसपर विशेष ध्यान दिया गया।
- नगरों की स्वच्छता के लिए 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक विशेष नगर स्वच्छता अभियान चलाया गया।
- 1 से 15 नवंबर तक नगर सेवा पखवाड़ा अभियान चलाया गया।
- 16 से 30 नवंबर तक नगर सेवा अभियान चलाया गया।
- 75 घंटे, 75 जिले, 750 निकाय स्वच्छता अभियान चलाया गया।
- 5 से 12 दिसंबर तक नगर सुशोभन अभियान चलाया गया।
- डेंगू सहित संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए विशेष ध्यान दिया, जहां दशकों से एंटी लार्वा का छिड़काव तथा फॉगिंग नहीं हुई थी वहां भी कराया गया।
- टेक्नोलॉजी का जनहित में अत्यधिक उपयोग करने पर जोर दिया गया।
- डेडिकेटेड कमांड और कंट्रोल सेन्टर (DCCC) के जरिये दिन-रात कराई जा रही मॉनिटरिंग।
- उत्तर प्रदेश में पहली बार राज्य की जनता की शिकायतों को सुनने के लिए 1533 टोल फ्री नम्बर की हेल्पलाइन शुरू कराई गई।
- एक महीने के अन्दर जनता की शिकायतों के निवारण के लिए SAMBHAV (सम्भव) ऑनलाइन व्यवस्था लागू कराया गया।
- नगरों में विकास कार्यों के सामंजस्य के लिए SUGAM नाम का पोर्टल बनाया गया।
- नियमित सफाई के साथ ही नगरों में दशकों से इकट्ठा कूड़े के ढ़ेरों को हटवाने के साथ ही वहां सेल्फी प्वॉइंट, गार्डेन आदि का निर्माण कराया गया।
अचानक शेल्टर होम पहुंचे एके शर्मा, निराश्रितों के लिए की गई व्यवस्थाओं का लिया जायजा
- सड़को पर गड्ढा मुक्ति का अभियान चलवाया गया।
- चौराहों के सुंदरीकरण का कार्यक्रम चलाया गया।
- पार्कों के सुन्दरीकरण के साथ-साथ अमृत सरोवर बनाने के लिए और पुराने सरोवरों के जीर्णोद्धार के लिए अभियान चलवाया गया।
- विकास के उद्देश्य से नए निकायों के गठन एवं सीमाविस्तार कराया गया।
- नगर निकाय के चुनाव के लिए तत्काल परिसीमन बनवाया गया।
ऊर्जा विभाग में एके शर्मा (AK Sharma) के निर्देश पर राज्य में किए गए कई फैसले-
- गर्मी के दिनों में बढ़ी बिजली की मांग की पूर्ति के लिए पॉवर प्लांट्स, विद्युत उपकेन्द्रों एवं कार्यालयों का रातों और दिनों में खुद जाकर निरीक्षण किया गया।
- पॉवर प्लांट्स को अधिकतम PLF पर चलवाया गया।
- भारत सरकार से संपर्क करके अधिक कोयला मंगवाया गया।
- विद्युत समाधान सप्ताह में लाखों शिकायतों का निस्तारण कराया।
- विद्युत चेकिंग के दौरान उपभोक्ताओं का शोषण रोकने की व्यवस्था की गई।
- बिलिंग एजेंसियों के कर्मियों को सही बिल देने के लिए दो बार खुद समझाया एवं गलती करने पर दण्डित भी कराया गया।
- बड़ी संख्या में मीटर विहीन उपभोक्ताओं के घरों पर मीटर लगवाया गया।
- कभी पेमेंट न करने वाले उपभोक्ताओं से भी बिल जमा कराकर उनको प्रक्रिया में लाया गया।
- अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया गया।
- शिकायतों के निस्तारण के लिए 1912 टोल फ्री नंबर पर काम करने वाले कर्मियों की संख्या को एक सप्ताह में दुगुना कराया गया।
- विद्युत उपकेन्द्रों से मंत्री स्तर तक जनसुनवाई की व्यवस्था शुरू कराई गई।
- विद्युत बिल के बकायेदारों के लिए ओटीएस योजना बनाया एवं बाकी बिल को जमा करने के लिए पार्ट -पेमेन्ट की व्यवस्था शुरू कराई।
- सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाकर जनता को समय से बिल भरने के लिए बार-बार जागरूक किया गया।
- उत्तर प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक बिजली की आपूर्ति हुई।
- OTS योजना राज्य के इतिहास में अबतक सर्वाधिक सफल योजनाओं में एक साबित हुई।
- किसानों को तीव्र गति से नलकूपों के कनेक्शन दिलवाये गए।
- राज्य में हज़ारों किलोमीटर जर्जर तारों को AB केबल द्वारा बदलवाया गया।
- गर्मी में ओवरलोड ट्रांसफॉर्मरों को जलने से बचाने के लिए लोड को ट्रांसफर कराया गया।
- सूखे की स्थिति को देखते हुए किसानों सहित सबको पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराया गया।
- अनेक नये बिजली संयंत्रों का शुभारंभ एवं शिलान्यास कराया गया।
- नई जैव ऊर्जा नीति 2022 का क्रियान्वयन कराया गया।
- जन एवं पर्यावरण हित में नई सौर ऊर्जा नीति 2022 बनाई गई।