CM Yogi

अयोध्या में 10 करोड़ की लागत से 6 महीने में बनकर तैयार होगा ‘बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ब्रिज’

50 0

अयोध्या/लखनऊ। “अवधपुरी अति रुचिर बनाई, देवन्ह सुमन बृष्टि झरि लाई…” तुलसीदास कृत श्री रामचरित मानस की इस चौपाई से प्रेरणा लेकर 500 वर्षों के पराभव काल को दूर कर अयोध्या को आधुनिक विकास व त्रेतायुगीन वैभव से सुशोभित करने के प्रयास में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक और अध्याय जोड़ दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) की मंशा अनुसार रेल कनेक्टिविटी के लिहाज से जल्द ही एक और सुविधा मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। अयोध्या क्षेत्र में बाराबंकी-अकबरपुर रेल रूट पर बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ब्रिज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इस क्रम में, उत्तर प्रदेश सेतु निगम लिमिटेड ने तैयारी शुरू कर दी है और प्रक्रिया को कॉन्ट्रैक्टर्स व एजेंसी को आबद्ध करके पूरा किया जाएगा। इस प्रक्रिया को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) बेसिस पर पूरा किया जाएगा जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस ब्रिज के निर्माण पूर्व सर्वे व टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन समेत तमाम प्रक्रियाओं को आईआईटी व एनआईआईटी की देखरेख में पूर्ण किया जाएगा।

एलसी नंबर 108ए पर होगा आरओबी का निर्माण

सीएम योगी (CM Yogi) की मंशा अनुरूप, अयोध्या के समेकित विकास के दृष्टिगत एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है और इसी के क्रियान्वयन के जरिए अयोध्या में इस रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। कार्ययोजना के अनुसार, बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ओवरब्रिज के वास्तुशिल्प व संरचनात्मक डिजाइन की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा।

सभी आवश्यक सेवाओं के डिजाइन, काम शुरू करने के लिए आवश्यक स्थानीय निकायों/प्राधिकरणों से अनिवार्य अनुमोदन प्राप्त करने, काम और सेवाओं के निष्पादन और संपत्तियों को सभी पहलुओं में रहने योग्य बनाने के बाद सौंपने की प्रक्रिया को लेकर कार्ययोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश 2 लाख करोड़ रुपए के ओडीओपी निर्यात कर रहा है: सीएम योगी

इसके जरिए बाराबंकी-अकबरपुर रेलवे मार्ग पर एलसी नंबर 108ए पर आरओबी के बो स्ट्रिंग स्टील गार्डर रेलवे ब्रिज हिस्से का निर्माण सुनिश्चित होगा। ईपीसी मॉड्यूल पर दो वर्षों के इवैल्यूएशन पीरियड के हिसाब से इस ब्रिज का विकास होगा जिसे 6 महीने की अवधि में पूरा कर लिया जाएगा।

आईआईटी/एनआईटी के देखरेख में की जाएगी सर्वे प्रक्रिया पूरी

कार्ययोजना के अनुसार, आईआईटी/एनआईटी द्वारा प्रूफ जांच सहित सभी घटकों के डिजाइन/ड्राइंग के साथ 2/4-लेन का सर्वेक्षण, भू-तकनीकी जांच और डिजाइनिंग जैसी प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। इन कार्यों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण से अनुमोदन भी प्राप्त किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सेतु निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से कार्य प्राप्त करने वाले कॉन्ट्रैक्टर्स फाउंडेशन, उप संरचना, सुपर स्ट्रक्चर, फिनिशिंग कार्य जैसे कोटिंग, क्रैश बैरियर मेकिंग, रेलिंग फॉर्मेशन व रोड साइनेज इंस्टॉलेशन जैसी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।

रोड सेफ्टी पैरामीटर्स जैसे थर्मोप्लास्टिक्स मार्किंग, ब्लिंकिंग कैट आइज़, संरचना की एंटी-कार्बोनेशन पेंटिंग और व्यू कटर समेत सभी आवश्यक घटकों के साथ परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर बाराबंकी-अकबरपुर रेल रूट पर कनेक्टिविटी में इजाफा होगा और रेल आवागमन सुलभ हो जाएगा।

Related Post

Budget session of Parliament

हड़ताल पर केंद्र व ट्रेड यूनियन आमने-सामने, सरकार बोली-नतीजा भुगतने को तैयार रहें कर्मचारी

Posted by - January 7, 2020 0
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी है। सरकार ने कहा कि यदि वे आठ जनवरी…