नवरात्रि

जानें नवरात्रि में कलश स्थापना की क्या है मुहूर्त, पूजा करने की सही विधि

1539 0

न्यूज़ डेस्क। चैत्र नवरात्रि पूजा कल यानी शनिवार से प्रारंभ हो रहें हैं। जानें कि इस अवसर घट स्थापना का मुहूर्त,व्रत पूजन की विधि और दुर्गा के नौ रूपों के बीज मंत्रों के बारे में-

ये भी पढ़ें :-अगर आप भी शरीर के भारी वजन से परेशान हैं तो करें ये उपाय

आपको बता दें नवरात्रि में 6 अप्रैल 2019 शनिवार यानी कल से शुरू हो रहा है, जो 14 अप्रैल को राम नवमी के त्योहार के साथ सम्पन्न पूर्ण होगा। पंडित दीपक पांडे के अनुसार, इस बार नवरात्रि 8 दिनों की है, और शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन अभिजीत मुहूर्त में 11 बजकर 44 मिनट से लेकर 12 बजकर 34 मिनट के बीच घट स्थापना करना बेहद शुभ होगा।

ये भी पढ़ें :-अगर आप इन बिमारियों से हैं परेशान, रोजाना तुलसी वाले दूध का करें सेवन 

इस नवरात्रि की पूजा प्रतिपदा से आरंभ होती है परंतु यदि कोई साधक प्रतिपदा से पूजन न कर सके तो वह सप्तमी से भी आरंभ कर सकता है। इसमें भी संभव न हो सके, तो अष्टमी तिथि से आरंभ कर सकता है। यह भी संभव न हो सके तो नवमी तिथि में एक दिन का पूजन अवश्य करना चाहिए। कलश स्थापना के लिए सर्वप्रथम एक मिट्टी के पात्र में मिट्टी की एक अथवा दो परत बिछा कर उसमें जौ बो दें। इसके बाद कलश में रोली से स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर गले में तीन धागावाली मौली लपेटें। कलश स्थापित किये जानेवाली भूमि अथवा चौकी पर कुंकुंम या रोली से अष्टदल कमल बनायें। कलश में गंगाजल मिला हुआ जल डालें, उसके बाद क्रमशः चन्दन, मुरा, चम्पक, मुस्ता, वच, कुष्ठ, शिलाजीत, हल्दी, सठी, दूब, पवित्री, सप्तमृत्तिका, सुपारी, पञ्चरत्न आदि अर्पित करे। अब पंचपल्लव, यानि बरगद, गूलर, पीपल, पाकड़ और आम के पत्ते कलश के मुख पर रखें।

ये भी पढ़ें :-क्या आप भी शरीर के भारी वजन से हैं परेशान तो जरुर अपनाये ये तरीका

जानकारी के मुताबिक कलश को वस्त्र से अलंकृत कर चावल से भरे पात्र को कलश के मुख पर स्थापित कर दें। एक नारियल पर लाल कपडा लपेटकर मौलि से बांध दें। इस नारियल को कलश पर रख कर घट को अष्टदल कमल पर स्थापित कर दें। अब दाहिने हाथ में अक्षत और पुष्प लेकर देवी-देवताओ का ध्यान और आवाहन करें और उन्हें कलश के पास छोड़ दें। नवरात्री के प्रथम दिन ही अखंड ज्योति जलाई जाती है जो नौ दिन तक निरंतर जलती रहनी चाहिए क्योंकि इसका बीच में बुझना अच्छा नही माना जाता है। नवरात्रि में उपवास एवं साधना का विशिष्ट महत्व है। भक्त प्रतिपदा से नवमी तक जल उपवास या दुग्ध उपवास से गायत्री अनुष्ठान संपन्न कर सकते हैं।

Related Post

'द फैमिली मैन'

‘द फैमिली मैन’ वैश्विक दर्शकों के लिए वास्तविक और भरोसेमंद : मनोज बाजपेयी

Posted by - September 18, 2019 0
मुंबई। अभिनेता मनोज बाजपेयी का कहना है कि वह अमेज़ॅन प्राइम वीडियो के “द फैमिली मैन” जैसे शो करने के…
अनुराग ठाकुर

‘गोली मारो’ वाले नारे के सवाल पर भड़के अनुराग ठाकुर, बोले- अधूरी जानकारी घातक

Posted by - March 1, 2020 0
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर रविवार को चंडीगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान कुछ पत्रकारों ने उनसे विवादित नारा…
राजनाथ सिंह

राजनाथ बोले- बच्चों का दोष नहीं, उन्हें गलत दिशा में बढ़ावा देने वाले हैं दोषी

Posted by - January 22, 2020 0
नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी हैं, लेकिन कभी-कभी वह…
रघुवर दास

झारखंड के मुख्‍यमंत्री रघुवर दास बोले- मेरे पास सिर्फ एक मकान, मैं हूं भूमिहीन

Posted by - November 22, 2019 0
रांची। झारखंड के मुख्‍यमंत्री रघुवर दास प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के बीच मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में…