कोरोना का खतरा अभी टाला नहीं है, असम में इसका नया स्वरुप देखा गया है, जहां मरीज में दोहरे संक्रमण का पता चला था।महिला डॉक्टर को एक ही समय पर कोरोनावायरस के दो अलग-अलग स्वरूप से संक्रमित पाया गया है, देश में यह पहला मामला है। आईसीएमआर के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बी बोरकाकोटी ने यहां यह जानकारी दी।टीके की दोनों खुराक लेने के बावजूद डॉक्टर वायरस के अल्फा और डेल्टा दोनों स्वरूपों से संक्रमित पायी गईं।
इस बीच सरकार ने मंगलवार को बताया कि एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 40 करोड़ लोगों को अब भी कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा है। डॉ बोरकाकोटी ने कहा कि दोहरे संक्रमण के कुछ मामले ब्रिटेन, ब्राजील और पुर्तगाल में सामने आए थे लेकिन इस तरह का मामला भारत में पहले सामने नहीं आया है। टीके की दोनों खुराक लेने के करीब एक महीने बाद महिला और उनके पति कोरोना वायरस के अल्फा स्वरूप से संक्रमित पाए गए थे।
दंपति डॉक्टर हैं और कोविड देखाभल केंद्र में तैनात थे। वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा, ”हमने दोबारा दंपति के नमूने एकत्र किए और परीक्षण के दूसरे चरण में महिला डॉक्टर में दोहरे संक्रमण की पुन: पुष्टि हुई।” उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर में हल्की गले की खराश, बदन दर्द और अनिद्रा के हल्के लक्षण थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी।
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इस बीच सरकार ने मंगलवार को बताया कि एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 40 करोड़ लोगों को अब भी कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा है, जबकि छह साल से अधिक आयु की देश की आबादी के दो तिहाई हिस्से में कोरोनावायरस की एंटीबॉडी पाई गई है। सरकार ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के चौथे राष्ट्रीय कोविड सीरो सर्वे के नतीजों से उम्मीद की किरण नजर आ रही है, लेकिन ढिलाई की कोई जगह नहीं है और कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन करना होगा।