कोरोना संकट के बीच चर्चा में आए आगरा के पारस हॉस्पिटल (Paras hospital ) को जांच टीम ने क्लीन चिट दे दी है। रिपोर्ट में इस बात का खण्डन किया गया है कि वायरल वीडियो में ऑक्सीजन की कमीं से मरीजों को मौत हुई है।
जांच टीम ने कहा- ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पारस हॉस्पिटल (Paras hospital ) एवं अन्य अस्पतालों में था, रिपोर्ट में 16 मरीजों की मौत का जिक्र करते हुए लिस्ट पेश की गई है।
लेकिन अभी भी रिपोर्ट पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि पारस अस्पताल के संचालक अरिंजय जैन ने स्वयं ऑक्सीजन की कमीं को स्वीकारा था, यहां तक कि इस दुर्घटना से हुई मौतों को भी स्वीकारा था।
वायरल वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि वह कह रहे ऑक्सीजन की मॉक ड्रिल में 22 मरीज छंट गए, बता दें कि ये घटना 26 अप्रैल की थी।
हालांकि तत्कालीन डीएम ने मामले को तूल पकड़ता देख तुरंत अस्पताल के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। ऐसी अमानवीय कृत्य से लोगों से होश उड़ गए थे। और काफी समय तक तो इस घटना से हुई मौतों को संख्या पर भी जनता और राजनीति और प्रशासन स्तर पर खींच तान चलती रही।
हालांकि अब भी रिपोर्ट कई सवालों के घेरे में है, अस्पताल और प्रशासन दोनों स्तर पर हुई ऐसी लापरवाही से सबक लेते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है कि ऐसी दुर्घटना अपने को दोबारा न दोहराए।