प्रयागराज। चल रहे कुंभ के दौरान राम मंदिर निर्माण का मुद्दा छाया हुआ है। इन सबके बीच विश्व हिंदू परिषद की धर्म संसद आज दोपहर एक बजे शुरू हो गई। संगम नगरी से साधु-संत एक सुर में मंदिर की आवाज बुलंद करने जा रहे हैं। धर्म संसद से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख और यूपी के सीएम योगी के बीच आज सुबह मुलाकात हुई।
ये भी पढ़ें :-शशि थरूर के बयान को लेकर स्मृति ईरानी का पलटवार
आपको बता दें अभी धर्मसंसद में सबरीमाला मंदिर पर अयोध्या जैसा आंदोलन चलाने का प्रस्ताव पास किया गया है। धर्मसंसद में श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और मणि रामदास जी छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास पहुंचे हैं। वहीँ सर संघचालक मोहन भागवत धर्मसंसद में शामिल होने के बाद जय श्री राम के नारे लगने शुरू हो गए।
ये भी पढ़ें :-अवैध खनन मामले में ईडी ने लखनऊ में बी. चंद्रकला से की पूछताछ
जानकारी के मुताबिक दो दिन तक चलने वाली धर्म संसद में देशभर के तकरीबन 5,000 साधु-संत जुटे हैं। वीएचपी ने इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। इस आयोजन में वीएचपी और संघ के बड़े पदाधिकारी भी पहुंचे हैं।विहिप के पंडाल देर रात तक पूरे शिविर को लाल-पीले गेंदे के फूल से सजाने का काम जारी था। धर्म संसद में भाग लेने के लिए देश के कई अन्य राज्यों से भी संतों का विहिप के शिविर में पहुंचने का सिलसिला जारी है। धर्म संसद को लेकर मेला क्षेत्र में राजनीतिक हलचल भी तेज रही।