NON-SMOKERS भी हो सकते हैं LUNG CANCER का शिकार, जानें कारण

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आज हमारी बदलती जीवनशैली के कारण दुनियाभर में कैंसर के सबसे अधिक केस देखने को मिलते हैं. कैंसर के विभिन्न प्रकारों में लंग कैंसर यानी फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) दूसरे नंबर पर आता है. ज़्यादतर लोग यही मानते हैं कि अक्सर सिगरेट पीने और धूम्रपान (Smoking) करने वाले ही लंग कैंसर से ग्रसित होते हैं. अगर आप भी ऐसा ही मानते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि नॉन स्मोकर हो कर भी आप लंग कैंसर का शिकार हो सकते हैं। आइये जानते हैं लंग कैंसर के मुख्य कारण.

वायु प्रदूषण

ये तो हम सभी जानते हैं कि दुनिया की करीब 90 प्रतिशत आबादी प्रदूषित हवा में सांस ले रही है. वायु प्रदूषण (Air Pollution) की रफ्तार जिस तेजी से बढ़ रही है उसे देखते हुए ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि जब यह प्रदूषित हवा फेफड़ों के अंदर जाती है तो वह कितना नुकसान पहुंचाती होगी. लंबे समय तक प्रदूषित हवा में सांस लेने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को लंग कैंसर हो रहा है.

पैसिव स्मोकिंग

आपने भले ही खुद कभी सिगरेट न पी हो लेकिन सिगरेट पीने वालों के साथ रहते हैं तो तंबाकू का धुआं आपके शरीर में भी जाएगा और लंग कैंसर का खतरा बढ़ जाएगा. सिगरेट पीने वालों के साथ रहने वाले नॉन स्मोकर्स में से 25 प्रतिशत को लंग कैंसर होने का खतरा रहता है. अमेरिका में हर साल पैसिव स्मोकिंग (Passive Smoking) के कारण लंग कैंसर से 3 हजार लोगों की मौत हो जाती है.

ऐस्बैस्टस- ऐस्बैस्टस (Asbestos)

एक तरह का मिनरल है और जो लोग इससे जुड़ा काम करते हैं उन्हें भी लंग कैंसर होने का खतरा अधिक होता है. इसका कारण ये है कि ऐस्बैस्टस के माइक्रोस्कोपिक फाइबर्स टूटकर हवा में रिलीज हो जाते हैं जो सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं. अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक ऐस्बैस्टस के संपर्क में रहे तो लंग कैंसर का खतरा अधिक होता है.

रेडॉन गैस

जब यूरेनियम (Uranium) सड़ता है तो उससे प्राकृतिक रूप से एक गैस निकलती है जिसे रेडॉन (Radon) कहते हैं और लंबे समय तक रेडॉन गैस के संपर्क में रहने की वजह से लंग कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. रेडॉन गैस जमीन के नीचे होती है लेकिन कई बार अगर मकान में किसी तरह का गैप आ जाए तो यह पाइपलाइन या ड्रेनेज के जरिए मकान के अंदर भी पहुंच सकती है. चूंकि इस गैस का कोई रंग या गंध नहीं होती इसलिए इसकी पहचान मुश्किल होती है.

 

 

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