लेफ़्टिनेंट कमांडर अदिति

जानें लेफ़्टिनेंट कमांडर अदिति की कहानी, पिता का साया उठा तो मां ने निभाया ऐसा फर्ज

1179 0

भिवानी । नेवी में लेफ़्टिनेंट कमांडर अदिति चौधरी ने कहा कि ऐसी मां सबको मिले। उन्होंने ने बताया कि मेरी मां अध्यापिका हैं और उन्होंने पिता से भी बढ़कर भूमिका निभाई है। उन्हीं की बदौलत आज मैं नेवी में लेफ़्टिनेंट कमांडर के पद पर हूं।

मेरी मां पुरुषों की ड्रेस में स्कूटी पर भिवानी रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी मिलती थी

अदिति ने बताया कि मुझे आज भी याद है जब मैं कुरुक्षेत्र और दिल्ली में पढ़ती थी। तो मैं जब रेलगाड़ी में देर रात घर आती थी तो मेरी मां पुरुषों की ड्रेस में स्कूटी पर भिवानी रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी मिलती थी। जब मैं इसकी वजह पूछती थी तो मां कहती बेटा रात का समय है और इसके लिए पुरुष की ड्रेस में थोड़ा सेफ रहता है। अदिति ने बताया कि वास्तव में मेरी मां बहादुर हैं। यह बात सेक्टर 23 निवासी अदिति चौधरी ने कही। वह फिलहाल मुंबई के कोलाबा में तैनात हैं।

मां ने मुझे बेटों की तरह पाला और इतना ही नहीं हमेशा आगे बढऩे का हौसला दिया

अदिति ने कहा, मां ने मुझे बेटों की तरह पाला और इतना ही नहीं हमेशा आगे बढऩे का हौसला दिया। मैं जब कोई चार साल की थी, मेरे पिता बीआर चौधरी का बीमारी के कारण निधन हो गया। मगर मेरी मां ने हिम्मत के साथ हमें पिता और मां दोनों का प्यार ही नहीं जीवन में कामयाब होने के लिए पूरा सहारा भी दिया। मैं तो यह कहूंगी कि वास्तव में मेरी मां हिम्मतवाली हैं उनको मैं सैल्यूट करती हूं।

रानी मुखर्जी ने किया खुलासा,असली महिला पुलिस पर आधारित है’मर्दानी’ 

सुदेश चौधरी कहती हैं कि मुझे बेटी पर  है गर्व

वहीं मां सुदेश चौधरी कहती हैं कि मुझे बेटी पर गर्व है। बेटा पुलकित आर्मेनिया (यूरोप) में एमबीबीएस कर रहा है। सुदेश चौधरी ने बताया कि पति की मौत के बाद मेरे सामने पहाड़ सी जिंदगी थी, लेकिन बच्चों को कामयाब बनाने का सपना भी था। इसके बाद भगवान ने हिम्मत दी और इस पुरुष प्रधान समाज में सब कुछ अकेले दम पर किया। बेटी को पढ़ाया-लिखाया। उसकी सुरक्षा का जिम्मा भी संभाला और संस्कारी भी बनाया। जब वह कुरुक्षेत्र में एमटैक करती थी और महीने में एक दो बार रेलगाड़ी से घर देर रात आती तो मैं खुद अपनी स्कूटी पर उसे लेने जाती थी।

सुदेश चौधरी बताती हैं कि अभी बीते नौ नवंबर को बेटी अदिति की शादी की है। उनके दामाद सुरेंद्र महला भी नेवी में लेफ़्टिनेंट कमांडर हैं और फिलहाल विशाखापट्टनम में हैं। शादी में फेरों पर पंडित को भी कह दिया था कन्यादान नहीं उपहार कह सकते हैं। भगवान ऐसी बेटी सबको दें।

Related Post

nirmala sitharaman

कंपनियों ने कर्ज भुगतान नहीं किया​, तो गारंटर के खिलाफ हो सकती है दिवाला कार्रवाई: सीतारमण

Posted by - September 19, 2020 0
  नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि दिवाला व ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत…
CM Dhami

सीएम धामी ने प्रदेशवासियों को दी वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं

Posted by - October 8, 2022 0
देहारादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami)  ने प्रदेशवासियों को वाल्मीकि जयंती (Valmiki Jayanti) की शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने…
जो आग आपके दिल में, वही मेरे दिल में भी

बिहार में बोले पीएम,”जो आग आपके दिल में, वही मेरे दिल में दहक रही है”

Posted by - February 17, 2019 0
बिहार। परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री ने स्थानीय बोली अंगिका में कुछ पंक्तियां बोलकर अपना भाषण…
cm dhami

नई पीढ़ी हमारी लोक संस्कृति और पारम्परिक त्योहारों से जुङी रहे: सीएम

Posted by - October 25, 2022 0
देहारादून। उत्तराखण्ड के लोकपर्व ईगास-बग्वाल (Egas-Bagwal) को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने राजकीय अवकाश की घोषणा की…