लखनऊ। उत्तर प्रदेश की रोड्स (Roads) को गड्ढामुक्त करने के लिए योगी सरकार (Yogi Government) ने सतत अभियान चलाकर 2023-24 में अब तक 77 हजार से ज्यादा रोड्स को गड्ढामुक्त कर दिया है। अभियान के तहत गड्ढामुक्ति अभियान के साथ ही रोड्स का नवीनीकरण/रेस्टोरेशन भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने बारिश एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त रोड्स को गड्ढामुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये थे। साथ ही उनकी ओर से आला अधिकारियों को जरूरत के अनुसार सड़कों का नवीनीकरण/रेस्टोरेशन का भी आदेश दिया गया था। इसके लिए 10 विभागों को आपसी समन्वय से गड्ढामुक्ति अभियान चलाने को कहा गया था। इसी क्रम में विभिन्न विभागों ने मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया है।
करीब 83 हजार से ज्यादा रोड्स (Roads) को गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य
प्रदेश सरकार ने 2023-24 के लिए 83,283 हजार रोड्स को गड्ढामुक्त एवं नवीनीकरण/रेस्टोरेशन किए जाने का लक्ष्य रखा है। इसमें 49,557 रोड्स को गड्ढामुक्त और 33,727 रोड्स का नवीनीकरण/रेस्टोरेशन शामिल है। ऐसे में 83,283 रोड्स के लक्ष्य के सापेक्ष सरकार ने 17 नवंबर तक कुल 77,489 रोड्स को दुरुस्त कर लिया है।
इसमें 48,979 हजार रोड्स को गड्ढामुक्त करने में सफलता पाई गई जबकि 28,510 रोड्स का नवीनीकरण/रेस्टोरेशन किया गया। इस तरह से गड्ढामुक्ति के कार्यों की प्रगति 98.8 प्रतिशत तो नवीनीकरण/रेस्टोरेशन से संबंधित कार्यों की प्रगति 84.5 प्रतिशत रही है।
सभी विभागों ने निभाई अहम भूमिका
विभागीय स्तर पर की गई कार्यवाही को देखें तो लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सर्वाधिक करीब 69,983 हजार रोड्स को दुरुस्त किया है। इनमें केवल गड्ढामुक्ति द्वारा करीब 44,045 हजार (लक्ष्य का करीब 99.2 प्रतिशत) तो नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा करीब 25,983 हजार (लक्ष्य का 90.9 प्रतिशत) रोड्स का कायाकल्प किया गया। इसी तरह राष्ट्रीय मार्ग के तहत कुल 1,001 रोड्स को दुरुस्त किया गया है। इसमें 827 रोड्स (लक्ष्य के 92.4 प्रतिशत) को गड्ढामुक्त तो 185 रोड्स (लक्ष्य के 97.4 प्रतिशत) का कायाकल्प करने में सफलता प्राप्त की है। मंडी परिषद ने कुल 719 (630 गड्ढामुक्त और 89 नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा) रोड्स को दुरुस्त किया है।
इसी तरह पंचायती राज विभाग ने 774 (388 गड्ढामुक्त और 386 नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा), सिंचाई विभाग ने 448 (288 गड्ढामुक्त और 160 नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा), ग्राम्य विकास ने 336 (सभी 336 गड्ढामुक्त द्वारा), नगर विकास ने 3,729 (2,322 गड्ढामुक्त और 1407 नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा), आवास एवं शहरी नियोजन ने 43 (15 गड्ढामुक्त और 28 नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा) और अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास ने 455 (137 गड्ढामुक्त और 318 नवीनीकरण/रेस्टोरेशन द्वारा) रोड्स का कायाकल्प किया है।