लखनऊ। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए योगी सरकार ने एक और अहम कदम उठाया है। देश-दुनिया में एक्सप्रेसवे प्रदेश के तौर पर अपनी छवि को सशक्त कर रहा उत्तर प्रदेश आगामी यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (UPITS-2025) राज्य के औद्योगिक विकास की विस्तृत झलक को प्रदर्शित करने जा रहा है। यह महत्वपूर्ण आयोजन यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) तथा इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक क्लस्टर्स (आईएमएलसी) जैसी योजनाओं में निवेश आकर्षित करने का माध्यम भी बनेगा। यूपीआईटीएस का यह तृतीय संस्करण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के इन प्रमुख प्रोजेक्ट्स में निवेश को आकर्षित करने के लिए एक बड़े मंच के तौर पर कार्य करेगा।
यह आयोजन 25 से 29 सितंबर 2025 तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में प्रस्तावित है। एग्जिबिशन में योगी सरकार के ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ के विजन को केंद्र में रखकर प्रदर्शनी स्टॉल तैयार किया जाएगा, जो अत्याधुनिक तकनीक और भव्य डिज़ाइन से सुसज्जित होगा। UPITS-2025, न केवल निवेशकों को आमंत्रित करने का मंच होगा, बल्कि यह साबित करेगा कि यूपी अब इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग का नया ग्लोबल हब बनने की दिशा में अग्रसर है।
निवेश आकर्षित करने का प्लेटफॉर्म बनेगा UPITS-2025
योगी सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग तथा इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड के सहयोग से आयोजित होने वाला यह तीसरा संस्करण, देश-विदेश के निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा। आयोजन में 50,000 से अधिक व्यापार प्रतिनिधियों, उद्योग जगत के दिग्गजों और नीति-निर्माताओं की उपस्थिति अपेक्षित है। यूपीडा द्वारा इस आयोजन में अपने 500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के स्टॉल में राज्य की प्रमुख उपलब्धियों—जैसे एक्सप्रेसवे नेटवर्क, डिफेंस कॉरिडोर और लॉजिस्टिक क्लस्टर्स—को एकीकृत डिजिटल अनुभव के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। यह ट्रेड शो न केवल राज्य के डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की ताकत को दर्शाएगा बल्कि एक्सप्रेसवे आधारित मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में औद्योगिक निवेश की नई संभावनाएं खोलेगा।
यूपी डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड्स—लखनऊ, कानपुर, झांसी, आगरा, अलीगढ़ और चित्रकूट को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे, राज्य की कनेक्टिविटी को अभूतपूर्व स्तर पर ले जा रहे हैं। ऐसे में, एग्जिबिशन न केवल नए निवेश को आकर्षित करेगा बल्कि राज्य की रणनीतिक क्षमता को भी प्रदर्शित करने का माध्यम बनेगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा पंडाल
यूपीडा द्वारा प्रस्तावित प्रदर्शनी स्टॉल में न केवल डिज़ाइन और फिनिशिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, बल्कि यह आधुनिक डिजिटल तकनीकों से भी सुसज्जित होगा। प्रदर्शनी क्षेत्र में दो कॉन्फ्रेंस रूम, एक स्टोर रूम, और एक पैंट्री स्थापित की जाएगी। आगंतुकों के लिए चार सीटर मीटिंग टेबल, उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर, माइका टॉप टेबल्स, चार 55 इंच के एलईडी टीवी, एक 6×8 फीट की हाई-क्वालिटी एलईडी वॉल तथा डिजिटल स्टैंडीज़ युक्त पंडाल का संचालन किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, 3डी मॉडलिंग, वर्चुअल रियलिटी, इंटरएक्टिव प्रोजेक्शन मैपिंग, अनामॉर्फिक डिस्प्ले, और इमर्सिव एक्सपीरिएंस जैसी आधुनिक तकनीकों के जरिये निवेशकों को राज्य की योजनाओं और क्षमताओं से परिचित कराया जाएगा।
टैंक, मिसाइल, एयरक्राफ्ट्स व अन्य डिफेंस प्रोडक्ट्स की 3डी डमी होंगी प्रदर्शित
योजना के अनुसार, यूपीडा द्वारा स्थापित किए जाने वाले स्टॉल में 3डी डमीज़ (टैंक, मिसाइल, एयरक्राफ्ट) के माध्यम से डिफेंस प्रोजेक्ट्स की झलक दिखाई जाएगी। एक इंटरेक्टिव टेबल के माध्यम से यूपीडा के सभी प्रोजेक्ट्स की जानकारी आगंतुकों और निवेशकों को दी जाएगी। साथ ही स्टॉल की फर्श पर वुडन प्लाई फ्लोरिंग और नीडल पंच कारपेट, फसाड पर पीवीसी विनाइल पेस्टिंग और बैकलिट बॉक्स जैसी उन्नत डिजाइनिंग तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा। पंडाल को वाटरप्रूफ और वेंटिलेटेड बनाया जाएगा और यहां बी2बी और बी2सी सेशंस के संचालन की व्यवस्था भी होगी।