AK Sharma

यह है ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा का सम्पूर्ण न्याय

282 0

लखनऊ। पिछले दिनों बिजली कर्मचारियों की हड़ताल एवं उसकी वजह से उत्पन्न हुई स्थिति से सफलतापूर्वक जूझने वाले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma)  ने इस दरमियान एक और नायाब कार्य किया गया।

यह है उन्हें ठीक करने का जिनको लेकर हड़ताल हुई थी।

लेकिन इसके पहले बता दें एके शर्मा (AK Sharma)  ने हड़ताल कैसे तोड़ी उसके बारे में…

कर्मचारी संगठनों को विभाजित कर आधे से ज्यादा कर्मचारियों को सरकार के साथ रखना। साथ ही कर्मचारियों के साथ कभी नरम, कभी गर्म भाषा में बात कर एक तरफ अपने परिवार का हिस्सा बताया तो दूसरी तरफ विभागीय और पुलिस की कार्रवाई का डर दिखाकर इस हड़ताल को तोड़ने का प्रयास किया। अंतिम चरण में उन्होंने हड़ताल, अनुशासनहीनता एवं सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ “एस्मा” लगाना “एफआईआर” करना, सस्पेंशन एवं नौकरी से निष्कासन तक की कार्यवाही कर डाली।

उसी के साथ बीते रविवार के दिन कर्मचारी नेताओं को बुला कर चाय पिलाई और हड़ताल खत्म करने का ऐतिहासिक एलान करवा लिया। सबसे बड़ी बात यह कि इस पूरी प्रक्रिया में जो कर्मचारी एवं संगठन पहले से ही साथ थे, उन्होंने तो सराहना की ही, जिन कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई वो भी ऊर्जा मंत्री (AK Sharma)  की जय बोलते देखे गए।

लेकिन ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma)  यहीं रुके नहीं है। उन्होंने कर्मचारी संगठनों, अधिकारियों एवं विद्युतकर्मियों की भावनाओं को कई महीने से अच्छे से पढ़ा है, सुना है और समझा है। और उस पर कई महीने से उचित कार्रवाई करने का भरोसा भी देते रहे हैं। अपनी बातों पर खरे उतरने वाले एके शर्मा (AK Sharma)  ने इस दिशा में भी कदम उठाना शुरू कर दिया है।

विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि पावर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन एम देवराज द्वारा यूपीपीसीएल के निदेशकों की चयन प्रक्रिया जो कुछ महीने पहले की गई थी, उसे ऊर्जा मंत्री ने निरस्त कर दिया है।

यह भी पता चला है, निदेशकों की चयन प्रक्रिया में हुई गड़बड़ियों के बारे में उन्होंने स्वयं विस्तृत छानबीन की और मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री को आग्रह पूर्वक कह कर उन्हें विश्वास में लेते हुए एके शर्मा (AK Sharma)  ने तमाम कार्यवाही रद्द कर दी। यह भी पता चला है कि चयन प्रक्रिया की इन अनियमितताओं के लिए दोषी अधिकारियों /कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों ने बताया कि इस चयन प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं की शिकायत ऊर्जा मंत्री के पास कई महीने पहले पहुंची थी, तभी से इसपर उन्होंने छानबीन शुरू कर दी थी। कई सप्ताह की छानबीन के बाद उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि अनियमितताएं गम्भीर हैं और इस प्रक्रिया को रद करना ही उचित होगा । लोग बताते हैं कि इन अनियमितताओं में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है और उनमें से कुछ को तो अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है।

यह महज संयोग है कि निदेशकों की चयन प्रक्रिया को रद्द करने का यह निर्णय हड़ताल की छाया में आया है। लेकिन विद्युतकर्मी इस बात से खुश हैं कि शीर्ष प्रबंधन को सही राह पर ले जाने की प्रक्रिया अब शुरू हो गयी है। जिसकी वे बार-बार माँग कर रहे थे।

मतलब ये कि बिजली विभाग में चिर प्रतीक्षित सुधार की प्रक्रिया शुरू हो गई है…

Related Post

Sankalp Saptah Mela

संकल्प सप्ताह मेले में उमड़ा जनसैलाब, स्वास्थ्य सेवाओं का मिला लाभ

Posted by - October 4, 2023 0
लखनऊ । आंकाक्षी विकासखंडों में सरकारी योजनाओं को रफ्तार देने के लिए योगी सरकार ने 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश…
cm yogi

सारस और बारहसिंघा के लिए जंगलों में विकसित किये जाएं विशेष पार्क: सीएम योगी

Posted by - March 27, 2023 0
लखनऊ। प्रदेश के घने जंगलों में राज्य पक्षी सारस और राज्य पशु बारहसिंघा के लिए विशेष पार्क विकसित किये जाने…
Sainik School

सैनिक स्कूल की स्थापना से गोरखपुर की उपलब्धियों में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा मुख्यमंत्री ने

Posted by - September 6, 2024 0
गोरखपुर । अपने संसदीय कार्यकाल से देशप्रेम, राष्ट्रीय गौरव के जिस स्वप्न को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने संजो…
CM Dhami

विदेश में राहुल करने लगते हैं भारत की आलोचना: सीएम धामी

Posted by - May 1, 2024 0
अयोध्या। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी विदेश…