lunar eclipse

साल 2020 के आखिरी चंद्र ग्रहण का ऐसा होगा भारत पर असर

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नई दिल्ली। साल 2020 का आखिरी चंद्र ग्रहण ( lunar eclipse) 30 नवंबर को है। चंद्रग्रहण को खुली आंखों से देखा जा सकता है। चंद्रग्रहण के बाद अगले महीने यानी दिसंबर में 14 तारीख को सूर्य ग्रहण लगेगा।

इन दोनों खगोलीय घटनाओं को भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों में देखा जा सकेगा। इसलिए भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा। हालांकि दुनिया के अन्य हिस्से में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण लगने से आस्थावान लोग सूतक काल मानकर कोई भी शुभ काम नहीं करते हैं।

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ज्योतिष विज्ञान में यह भी माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ कामों से परहेज करना चाहिए और कुछ काम इस दौरान करने से अच्छा फल मिलता है। आइए जानते हैं कि भारत में इस चंद्र ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ने वाला है?

भारत पर ऐसा होगा चंद्र ग्रहण का असर

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण है। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। हिंदू धर्म शास्त्रों में, उपछाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण नहीं कहा गया है। इसीलिए साल के इस आखिरी चंद्र ग्रहण का कोई सूतक काल मान्य नहीं होगा। इस दौरान किसी तरह का काम निषेध नहीं होगा। लेकिन नक्षत्र और राशि में प्रवेश से राशि से सम्बंधित लोगों का इसका प्रभाव जरूर पड़ेगा। साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लग रहा है। इसलिए इस राशि के लोगों को ग्रहण काल में थोड़ा सावधान रहना होगा अन्यथा तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है।

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