प्रशांत किशोर का यह बयान अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ही किशोर ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की है।
रिपोर्ट के अनुसार किशोर ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि तीसरा या चौथा मोर्चा, मौजूदा हालात का सफलता से मुकाबला कर लेगा।’ किशोर का मानना है कि तीसरे मोर्चे का मॉडल पुराना है और मौजूदा राजनीतिक वातावरण के हिसाब से सही नहीं है।
किशोर की ओर से दिया गया यह बयान अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी थी कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पवार और किशोर की मुलाकात हुई है। किशोर ने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया है।
बता दें 11 जून को पुणे में मुलाकात करने के बाद 21 जून यानी सोमवार को पवार और किशोर के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई। यह मुलाकात मंगलवार को होने वाली राष्ट्र मंच की बैठक से पहले हुई, जिसमें पवार पहली बार हिस्सा लेंगे। किशोर ने पवार से हुई इन मुलाकातों पर कहा कि उन्होंने कभी साथ काम नहीं किया, ऐसे में एक दूसरे को बेहतर तरीके से जानने के लिए यह बैठकें हुईं।
किशोर ने कहा कि इन बैठकों में राजनीतिक चर्चाएं हुई हैं। साथ ही राज्यवार परिस्थितियों पर बातचीत के साथ इस बात की संभावना का पता लगाया जा रहा है कि भाजपा के खिलाफ कौन सी रणनीति काम करेगी और कौन सी नहीं। उन्होंने कहा कि अभी तक तीसरे मोर्चे सरीखे मॉडल की कोई चर्चा नहीं हुई है।
गौरतलब है कि मंगलवार को राष्ट्र मंच के बैनर तले पवार देश में मौजूदा परिदृश्य पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को कई पार्टियों के नेताओं तथा जानी मानी हस्तियों की एक बैठक की मेजबानी करेंगे। राष्ट्र मंच एक राजनीतिक कार्रवाई समूह है जिसे भाजपा के पूर्व नेता ने 2018 में बनाया था और इसने मोदी सरकार की नीतियों को निशाना बनाया है।
नेताओं के अलावा विभिन्न क्षेत्रों की जानी -मानी हस्तियां भी मंगलवार की बैठक में शरीक होंगी, जिनमें वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी, पूर्व राजदूत के सी सिंह, गीतकार जावेद अख्तर, फिल्म निर्माता प्रीतिश नंदी, अधिवक्ता कॉलिन गोंजालवेस और वरिष्ठ पत्रकार करण थापर तथा आशुतोष भी शामिल हैं।