IPS officer Amitabh Thakur given immediate voluntary retirement from service (VRS) as per an order by Ministry of Home Affairs (MHA) after he was found not suitable to continue his services as a public servant: Uttar Pradesh Home Department pic.twitter.com/OLI8uJEpjH
— ANI UP (@ANINewsUP) March 23, 2021
उत्तर प्रदेश के 3 आईपीएस अफसरों अमिताभ ठाकुर आईजी (रूल्स एवं मैनुअल) राजेश कृष्ण (सेनानायक 10 वीं बटालियन बाराबंकी) और राकेश शंकर डीआईजी (स्थापना) को सरकारी सेवा के लिए अनुपयुक्त पाया गया है। अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) पर तमाम मामलों में जांचे लंबित हैं।
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वहीं राजेश कृष्ण पर आजमगढ़ में पुलिस भर्ती में घोटाले का आरोप है। इसके अलावा राकेश शंकर पर देवरिया शेल्टर होम प्रखंड में संदिग्ध भूमिका के आरोप थे। इस संबंध में 17 मार्च 2021 का भारत सरकार के गृह मंत्रालय की तरफ से आदेश में लिखा गया है कि “अमिताभ ठाकुर(Amitabh Thakur) को लोकहित में सेवा में बनाए रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में तत्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत्त किए जाने का निर्णय लिया गया है।”
इन 3 अफसरों पर गिरी है गाज
1 – अमिताभ ठाकुर(Amitabh Thakur) (आईजी रूल्स एवं मैनुअल) तमाम मामलों में जांच चल रही थी।
2- राजेश कृष्ण (सेनानायक, 10 बटालियन बाराबंकी) आज़मगढ़ में पुलिस भर्ती में घोटाले का आरोप ।
3- राकेश शंकर (डीआईजी स्थापना) देवरिया शेल्टर होम प्रकरण में संदिग्ध भूमिका के आरोप थे।

अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) अखिलेश सरकार और योगी सरकार की आंख की किरकिरी बने हुए थे। पिछले अखिलेश सरकार में जहां उनका पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। उसके बाद उनको सस्पेंड भी किया गया था। बाद में उन्होंने कोर्ट की शरण ली और उन्हें सेवा में फिर से बहाल किया गया था। अखिलेश सरकार के दौरान उन्होंने सोचा था कि आने वाली सरकार उनका प्रयोग जरूर करेगी, लेकिन आने वाली सरकार के आंख की भी किरकिरी बन गए।
कवि और लेखक हैं अमिताभ ठाकुर
उत्तर प्रदेश के 1992 बैच के आईपीएस आईजी रूल्स अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, कवि और लेखक भी हैं. उनका जन्म बोकारो बिहार झारखंड में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई बोकारो के केंद्रीय विद्यालय से पूरी करने के बाद अमिताभ ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। हाल ही में उनको सरकार द्वारा जबरिया सेवानिवृत्त का नोटिस थमा दिया गया। यह नोटिस भी उन्होंने खुद ट्वीट कर ही सार्वजनिक किया।
अमिताभ ठाकुर(Amitabh Thakur) ट्वीट कर दी जानकारी
अमिताभ ठाकुर ने कहा – “मुझे अभी-अभी बीआरएस आदेश प्राप्त हुआ है। सरकार को अब मेरी सेवाएं नहीं चाहिए। जय हिंद ! उन्हें शायद इस बात की भनक लग चुकी थी कि सरकार से सवाल करने का खामियाजा उन्हें भुगतना जरुर पड़ेगा। आज कार्रवाई हो गई है।”
साथी बन चुके एडीजी पर उन्हें नहीं मिला प्रमोशन
अमिताभ ठाकुर(Amitabh Thakur) को इस सरकार ने प्रमोशन भी नहीं दिया था। वहीं उनके बैच के सभी साथी अधिकारी इस समय एडीजी बन चुके हैं, जबकि अमिताभ ठाकुर आज भी आईजी की पोस्ट पर ही बने हुए हैं। अमिताभ ठाकुर का जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर में हुआ।
पत्नी भी जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता
वह नेशनल आईटीआई फोरम के संस्थापक हैं. उनकी पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर एक जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता हैं। फेसबुक पर “आई हेट गांधी” नामक एक फेसबुक ग्रुप में महात्मा गांधी पर टिप्पणी की जा रही थी। उन्होंने इस बाबत फेसबुक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी और कुछ दिनों बाद फेसबुक से उस ग्रुप को प्रतिबंधित कर दिया गया था। उनके इस कार्य का बहुत सराहना हुई थी।