कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपचुनावों में पार्टी को मिली जीत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लोगों की जीत है। यह विकास की जीत है। यहां अहंकार की राजनीति नहीं चलेगी। राज्य के लोगों ने भाजपा को नकार दिया है। राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को अब तक एक सीट पर जीत मिल चुकी है जबकि दो सीटों पर वह आगे है।
West Bengal CM Mamata Banerjee on TMC winning 1 and currently leading on rest of the 2 seats in the by-elections: This is a victory of people. This is a victory of development. Politic of arrogance will not work. People have rejected the BJP. (file pic) pic.twitter.com/lvuFwGvTWr
— ANI (@ANI) November 28, 2019
भाजपा को इस उपचुनाव में तगड़ा झटका लगा
पश्चिम बंगाल के तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की गुरुवार को मतगणना जारी है। अब तक के रुझान में खड़गपुर सदर विधानसभा और करीमपुर सीट से सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) आगे चल रही है। वहीं कालियागंज से टीएमसी उम्मीदवार ने जीत हासिल कर ली है। कलियागंज सीट पर तृणमूल 2304 मतों से विजयी हुए हैं। करीमपुर सीट पर तृणमूल प्रत्याशी आगे हैं वही खड़गपुर सदर 12वें राउंड की समाप्ति पर टीएमसी उम्मीदवार प्रदीप सरकार 16,177 वोट से आगे हैं। राज्य में मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी के रूप में उभर रही भाजपा को इस उपचुनाव में तगड़ा झटका लगा है।
लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में यह पहला मौका था जब ये दोनों राजनीतिक दल चुनावी मैदान में एक-दूसरे के आमने-सामने थे। जिन तीन सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना हो रही है उनमें से एक पर तृणमूल कांग्रेस, दूसरे पर भाजपा और तीसरे पर कांग्रेस का कब्जा था।
जिन सीटों पर उपचुनाव हुआ था उनमें पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर, नदिया जिले की करीमपुर और उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज सीटें शामिल हैं। कालियागंज सीट कांग्रेस विधायक प्रमथनाथ राय के निधन से खाली हुई है जबकि खड़गपुर सीट से पिछली बार विधायक चुने गए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से इस्तीफा दे दिया था। करीमपुर की तृणमूल विधायक महुआ मित्र ने भी कृष्णनगर संसदीय सीट से जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था।