मध्यप्रदेश में एससी-एसटी ऐक्ट को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन पर दलितों के खिलाफ दर्ज हुए केस वापस लेने का फैसला

955 0

भोपाल।मध्यप्रदेश में जहाँ अब बीजेपी का शासन समाप्त और कांग्रेस राज शुरू हो चुका है वहीँ कमलनाथ के नेतृव्य में कांग्रेस बीजेपी द्वारा लागू किये गए सभी फैसलों को वापस लेने में जुटी है। एमपी की कांग्रेस सरकार ने कहा है कि एससी/एसटी ऐक्ट 1989 को लेकर 2 अप्रैल 2018 को हुए भारत बंद के दौरान लगाए गए केसों के साथ-साथ इस तरह के सभी केस जो पिछले 15 सालों में बीजेपी ने लगाए हैं, उन्हें वापस लिया जाएगा।

इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने एससी-एसटी ऐक्ट को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन पर दलितों के खिलाफ दर्ज हुए केस वापस लेने का फैसला लिया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने बीएसपी चीफ मायावती के दबाव में यह फैसला लिया है। बता दें कि सोमवार को ही बीएसपी चीफ मायावती ने बयान जारी कर कहा था कि यदि सूबे में दलितों पर केस वापस न हुए तो समर्थन वापसी पर विचार किया जा सकता है। इस धमकी का ही असर है कि अगले ही दिन कांग्रेस सरकार ने बीजेपी सरकार में दलितों पर लगे केसों को वापस लेने की घोषणा की है। यही नहीं दलितों पर बीते 15 सालों में दर्ज हुए इस तरह के अन्य केसों को भी वापस लिया जाएगा। मध्य प्रदेश के कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, ‘एससी/एसटी ऐक्ट 1989 को लेकर 2 अप्रैल 2018 को हुए भारत बंद के दौरान लगाए गए केसों के साथ-साथ इस तरह के सभी केस जो पिछले 15 सालों में बीजेपी ने लगाए हैं, उन्हें वापस लिया जाएगा।’

बता दें सोमवार को बीएसपी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा था, ‘भारत बंद के दौरान यूपी सहित बीजेपी शासित राज्यों में जातिगत और राजनीतिक द्वेष की भावना के तहत कार्रवाई में लोगों को फंसाया गया है। ऐसे लोगों के खिलाफ चल रहे केस को वहां (एमपी और राजस्थान में) बनीं कांग्रेसी सरकारें वापस लें। अगर इस मांग पर कांग्रेस सरकार ने अविलंब कार्रवाई नहीं की तो हम उसे बाहर से समर्थन देने के बारे में पुनर्विचार कर सकते हैं।’ बीएसपी की इस धमकी के बाद कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई थी।

गौरतलब है कि 2018 में 2 अप्रैल को देश के कई हिस्सों में एससी/एसटी ऐक्ट को लेकर दलितों का आंदोलन हुआ था, इस दौरान राजस्थान और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा केस दर्ज किए गए थे। मायावती की धमकी के बाद एमपी में तो केस वापस लेने की घोषणा हो गई है लेकिन राजस्थान सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। आपको बता दें कि सोमवार को बीएसपी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा था, ‘भारत बंद के दौरान यूपी सहित बीजेपी शासित राज्यों में जातिगत और राजनीतिक द्वेष की भावना के तहत कार्रवाई में लोगों को फंसाया गया है। ऐसे लोगों के खिलाफ चल रहे केस को वहां (एमपी और राजस्थान में) बनीं कांग्रेसी सरकारें वापस लें। अगर इस मांग पर कांग्रेस सरकार ने अविलंब कार्रवाई नहीं की तो हम उसे बाहर से समर्थन देने के बारे में पुनर्विचार कर सकते हैं।’ बीएसपी की इस धमकी के बाद कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई थी।

Related Post

CM Yogi

दुनिया का हर सनातनी चाहता है वैश्विक मंच पर नई आभा बिखेरे काशी : योगी

Posted by - April 29, 2023 0
वाराणसी। काशी में विजय पर किसी को संदेह नहीं है। लोकसभा, विधानसभा से लेकर हर चुनाव में काशीवासियों का सहयोग…
CM Dhami

अग्निपथ योजना से बड़े स्तर पर युवाओं को मिलेगा रोजगार: सीएम धामी

Posted by - June 16, 2022 0
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने विधानसभा स्थित पंत भवन में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agneepath scheme)…
गढ़चिरौली नक्सली हमला

शरद पवार ने गढ़चिरौली नक्सली हमले पर देवेन्द्र फडणवीस से मांगा इस्तीफा

Posted by - May 1, 2019 0
मुम्बई। महाराष्ट्र स्थित गढ़चिरौली में बुधवार को हुये नक्सली हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद…
CM Yogi

पूरा यूपी योगी मय

Posted by - May 13, 2023 0
लखनऊ। नगर निकाय चुनाव (Nikay Chunav) में पूरा यूपी योगीमय हो गया। यूपी के 17 नगर निगम सीटों पर भगवा…