नई दिल्ली। कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से देश की राजनीति में हलचल मच गई है। इस बीच जेएनयू के पूर्व छात्रसंध अध्यक्ष कन्हैया कुमार के कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन कर करने पर भाजपा हमलावर है। भाजपा के नेता लगातार कन्हैया और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय से जब कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कोई गटर से निकल कर नाले में गिरता है तो मैं कुछ नहीं कर सकता। विजयवर्गीय ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए मैं सिर्फ सहानुभूति ही जता सकता हूं।
गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, यह स्वाभाविक और स्पष्ट है कि कांग्रेस उन सभी लोगों की पहली पसंद होगी जिनकी विचारधारा भारत विरोधी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की विभाजनकारी और भारत विरोधी विचारधारा है और इसलिए वह कन्हैया कुमार जैसे नेताओं का स्वागत कर रही है। भाटिया ने कहा, कांग्रेस पार्टी, उसका नेतृत्व और उसकी विचारधारा भारत विरोधी और विभाजनकारी ताकतों का पर्याय बन गई है और इसलिए वह कन्हैया कुमार जैसे नेताओं का स्वागत कर रही है।
कन्हैया कुमार को राहुल गांधी ने दिलाई सदस्यता
मंगलवार को कन्हैया कुमार को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। इससे पहले राहुल ने कन्हैया और जिग्नेश के साथ आईटीओ स्थित शहीद-ए-आजम भगत सिंह पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और एक कार्यक्रम में शिरकत की। इसके बाद तीनों एक साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे।
कन्हैया ने राहुल को तीन महापुरुषों महात्मा गांधी, बीआर आंबेडकर और भगत सिंह से जुड़ा चित्र सौंपा, जबकि जिग्नेश ने उन्हें संविधान की प्रति भेंट की। बाद में महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने कन्हैया व मेवानी को कांग्रेस का पटका पहनाकर उनका स्वागत किया।
सदस्यता लेने के बाद कन्हैया कुमार ने कहा कि उन्हें कांग्रेस को इसलिए चुनने को मजबूर होना पड़ा, क्योंकि सत्ता पर काबिज हुए कुछ लोग और सोच हमारे चिंतन, संस्कृति व मूल्यों को क्षतिग्रस्त कर देश का वर्तमान और भविष्य खराब कर रहे हैं। कन्हैया ने कहा कि देश 1947 के पहले वाली स्थिति में पहुंच गया है, इसलिए देश के लोगों को एकजुट करना होगा।