नई दिल्ली। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, केरल और पंजाब के पार्टी प्रदेश अध्यक्षों को एक निर्देश दिया है। पार्टी के तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि भाजपा इन छह राज्यों में कांग्रेस, टीएमसी और कम्युनिस्ट पार्टियों का विरोध करे। ये पार्टियां नागरिकता अधिनियम 2019 के बारे में अफवाहें फैला रही हैं।
BJP working President JP Nadda has directed party state presidents of Rajasthan, MP, Chhattisgarh,West Bengal, Kerala&Punjab to stage protests against Congress, TMC and Communist parties. The circular issued by party says,these parties are spreading rumours about #CitizenshipAct. pic.twitter.com/9eFdDbzEw2
— ANI (@ANI) December 15, 2019
नागरिकता संशोधन कानून पर पूर्वोत्तर में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच बीजेपी को बड़ा झटका लगा
नागरिकता संशोधन कानून पर पूर्वोत्तर में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। पूर्वोत्तर में बीजेपी की प्रमुख सहयोगियों में से एक असम गण परिषद ने पहले कानून का समर्थन किया था, लेकिन अब इसके विरोध का ऐलान किया है। असम गण परिषद (AGP) ने वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक के बाद यह फैसला लिया है। वहीं, असम गण परिषद ने यह भी कहा है कि वह नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगी। इस मुद्दे पर असम गण परिषद का एक दल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मिलेगा। बता दें कि एजीपी बीजेपी की अगुवाई वाली असम सरकार का भी हिस्सा है और राज्य की कैबिनेट में उसके तीन मंत्री भी हैं।
आसू ने भी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की
बता दें कि असम गण परिषद ने संसद में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया था। इसके बाद पार्टी में दो फाड़ की खबरें आईं। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिय़ा। बता दें कि ऑल असम स्टुडेंट्स यूनियन (आसू) ने भी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आसू के प्रमुख सलाहकार समज्जुल भट्टाचार्य ने असम के लोगों से कथित ‘विश्वासघात’ करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं की निंदा की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।