kedarnath

केदारनाथ में जमीं तीन फीट से ज्यादा बर्फ, बारिश से कई मार्ग बाधित

840 0

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में बीते तीन दिनों से जमकर बर्फबारी 9heavy snowfall in kedarnath dham) हो रही है। बर्फबारी के चलते केदारनाथ में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़ गए हैं, जबकि, धाम में भीषण ठंड पड़ रही है। धाम में तीन फीट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है। वहीं, निचले इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिस कारण फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। साथ ही जगह-जगह मलबा आने से सड़क मार्ग बाधित हो रहे हैं।

बता दें कि निचले क्षेत्रों में तीन दिनों से रुक-रुक कर मूसलाधार बारिश हो रही है, जिस कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। बारिश के कारण लिंक मार्गों पर मलबा आने से मार्ग बाधित हो रहे हैं। सूर्यप्रयाग-मुसाढूंग मोटरमार्ग पर शीशों गांव के पास अतिवृष्टि के कारण सड़क बाधित हो गई. यहां से गुजर रहा पिकअप वाहन भी मलबे की जद में आ गया, जिससे वाहन को भारी क्षति हुई है।

दूसरी ओर बेमौसमी बारिश के कारण फसलों को भारी नुकसान पहुंच रहा है। फसलों के बर्बाद होने से किसानों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है, जिले के केदारघाटी में ओलावृष्टि से गेहूं, जौ, मटर, धनिया, प्याज, लहसुन, भिंडी आदि फसल और साग-सब्जी के साथ बाग बगीचों को काफी नुकसान पहुंचा है।

बर्फबारी के चलते 17 मई से शुरू होने वाली केदारनाथ धाम की यात्रा तैयारियां भी प्रभावित हो गई है जबकि केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे द्वितीय चरण के सभी कार्य भी बंद पड़ गए हैं। धाम में बीते तीन दिनों से बर्फबारी हो रही है। पूरी केदारनगरी बर्फ की सफेद चादर से ढक गई है।

अप्रैल महीने में धाम में इतनी ज्यादा बर्फबारी होती नहीं है, लेकिन इस बार सर्दियों के बजाय इन दिनों धाम में ज्यादा बर्फबारी हो रही है। धाम में बर्फबारी होने से शंकराचार्य समाधि स्थल और तीर्थ पुरोहितों के भवनों का कार्य ठप पड़ गया है। इसके अलावा धाम में अन्य कार्यों को करना भी मुश्किल हो गया है।

Related Post

अब आयुर्वेदिक डॉक्टर भी लिखा सकते हैं एलौपैथिक दवाएं, तीरथ सरकार ने दी अनुमति, IMA बिफरा

Posted by - June 21, 2021 0
उत्तराखंड की तीरथ सरकार ने सोमवार को आयुर्वेदिक डॉक्टरों को आपात स्तिथि में एलौपैथिक दवाएं लिखने की इजाजत दे दी…