गाजीपुर बॉर्डर पर मंगलवार को किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई भिड़ंत के बाद पुलिस ने अब तक भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के 200 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर एफआईर दर्ज की है। इन सबके खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 223, 352, 427 और 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में कौशांबी पुलिस थाने में बीजेपी के जनरल सेक्रटरी अमित वाल्मिकी ने शिकायत दर्ज करवाई थी।
एक तरफ वाल्मिकी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि बीकेयू कार्यकर्ताओं ने वाहनों से तोड़फोड़ की और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया तो वहीं दूसरी तरफ किसानों का कहना है कि यह पूरा मामला उनके सात महीने के आंदोलन को खत्म करने के लिए बीजेपी और राष्ट्र स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की साजिश का हिस्सा है।
बता दें कि गाजीपुर बार्डर पर किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बुधवार को भिड़ंत हो गई। भाजपा कार्यकर्ता नवनियुक्त प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करने वहां पहुंचे थे लेकिन उसी दौरान बवाल शुरू हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसानों पर तोड़फोड़, हंगामे और पथराव का आरोप लगाया है।
उधर किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर किसानों के मंच पर कब्जा करने का आरोप लगाया और कहा कि पिछले तीन दिन से यहां पुलिस के संरक्षण में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की जा रही थी। टिकैत ने यहां तक कहा कि कोई मंच पर कब्जा करने की कोशिश करेगा तो बक्कल उतार देंगे।
                        
                
                    
                    
                    
                    
                    
