फौजिया कूफी

अफगानिस्तान में शांति दूत बनकर उभरी फौजिया कूफी, जानें उनका जीवन सफर

984 0

नई दिल्ली। अफगानिस्तान में शांति कायम करने के लिए अमेरिका, तालिबान और अफगान सरकार के बीच हाल ही में जो शांति वार्ता हुई है। उसके पीछे एक एक महत्वपूर्ण चेहरा फौजिया कूफी हैं। बता दें कि फौजिया कूफी का डॉक्टर बनने का उनका बचपन का सपना था, लेकिन तालिबान के अफगानी सत्ता पर कब्जे के साथ उनका सपना हमेशा के लिए टूट गया।

बता दें कि भले फौजिया कूफी का सपना भले ही टूटा, लेकिन उनका हौसला नहीं। तालिबान के लिए खिलाफ आज वह अफगानिस्तान की मजबूत आवाज हैं। पिछले दिनों जब तालिबान के साथ शांति वार्ता हो रही थी तो मर्दों से भरे हॉल में वह और मानवाधिकार के लिए काम करने वालीं लैला जाफरी और वह मात्र दो महिलाएं थीं।

हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल पर रोक नहीं, ICMR बोला- भारत में नहीं मिला दुष्प्रभाव

वहां उन्होंने मजबूती से अपनी बात अफगानिस्तान सबके लिए रखी है। वह किसी एक विचारधारा के लिए नहीं। जब वह बोल रही थीं, तालिबानी डेलिगेशन के लोग उन्हें घूर रहे थे। ये वही तालिबानी थे जिन्होंने सत्ता में आने पर कूफी के पति को जेल में बंद कर दिया था और उन्हें भी मारने की कोशिश की थी। बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं उनके सामने झुकी नहीं। मेरे लिए डटे रहना जरूरी था। मैं वहां अफगानी महिलाओं की प्रतिनिधि थी।’

बता दें कि अफगानिस्तान के एक परंपरागत सियासी परिवार में कूफी का जन्म हुआ था। उनके पिता सांसद थे। पहले अफगानिस्तान युद्ध के आखिर में मुजाहिदीन ने उनको कत्ल कर दिया था। कूफी बहुविवाह वाले परिवार के 23 बच्चों में अकेली बच्ची थीं।

कूफी मानती हैं कि जंग से जूझते रहे अफगानिस्तान में सुरक्षा जितनी ही बड़ी चिंता कट्टरपंथ को लेकर है क्योंकि समाज अब भी महिलाओं की आजादी पर अंकुश लगाता है और महिलाओं को उनकी हद बताता रहता है। अफगानिस्तान का समाज बंटा हुआ है। समाज में अब भी ज्यादा रुढ़िवादी लोगों का दबदबा है।

बेशक एक ऐसी महिला जिसकी लाइफ तालिबानियों के कारण पूरी तरह से उलट-पलट गई, महिलाओं के अधिकार के लिए बेहद मजबूती से उसके सामने खड़ी हैं। अफगान शांति प्रक्रिया का जिक्र होने पर वह जोर देकर कहती हैं कि शांति प्रक्रियाओं में महिलाओं की ज्यादा हिस्सेदारी होनी चाहिए।

Related Post

बीएचयू अस्पताल में ब्लैक फंगस और कोरोना मरीजों की इलाज की व्यवस्था परखी

Posted by - May 25, 2021 0
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  (cm yogi) गोंडा और आजमगढ़ के अपने मैराथन दौरे के बाद वाराणसी पहुंचे जहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय…
PM Modi performed the Kumbh Abhishek of the Kumbh Kalash

प्रधानमंत्री मोदी ने संगम नोज में कुम्भ कलश का किया कुम्भाभिषेक

Posted by - December 13, 2024 0
महाकुम्भ नगर। प्रयागराज महाकुम्भ के आयोजन से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को त्रिवेणी संगम में पूजा…
RAJ THACKERY

राज ठाकरे बोले- अनिल देशमुख तुरंत इस्तीफा दें, केंद्र सरकार से की जांच की मांग

Posted by - March 21, 2021 0
मुंबई । एंटीलिया मामले और पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के लेटर बम ने महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल…