दिल्ली हिंसा

दिल्ली हिंसा मामला SC पहुंचा, वजाहत हबीबुल्लाह ने प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग

746 0

नई दिल्ली। दिल्ली में नागरिकता कानून CAA को लेकर हिंसक प्रदर्शन चल रहा है। इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करते हुए पूर्व सीआईसी वजाहत हबीबुल्लाह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।

पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त  वजाहत हबीबुल्ला और अन्य की याचिका पर सुनवाई करने  को तैयार

दिल्ली हिंसा के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करने वाली पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) वजाहत हबीबुल्ला और अन्य की याचिका पर सुनवाई करने पर मंगलवार को तैयार हो गया है। न्यायमूर्ति एस. के. कौल और न्यायमूर्ति के. एम. जोसफ की एक पीठ के समक्ष याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया था। पीठ बुधवार को इस पर सुनवाई करने को तैयार हो गई। हबीबुल्ला, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और सामाजिक कार्यकर्ता बहादुर अब्बास नकवी ने यह याचिका दायर की है।

इसमें सीएए को लेकर शाहीन बाग और राष्ट्रीय राजधानी के अन्य हिस्सों में जारी धरनों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग भी की गई है।

दिल्ली हाइकोर्ट में भी याचिका दायर

एनजीओ ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का रूख किया और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार किए जाने का अनुरोध किया।

एचआरएलएन की याचिका में हिंसा की जांच एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की भी मांग की

इस याचिका का उल्लेख सुप्रीम कोर्ट के समक्ष किये जाने की संभावना है। याचिका में घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किये जाने और हिंसा में मारे गये तथा घायल हुए लोगों को मुआवजा दिये जाने की मांग की गई है। एनजीओ ‘ह्यूमन राइट्स लीगल नेटवर्क’ (एचआरएलएन) की याचिका में हिंसा की जांच एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की भी मांग की गई है।

CAA को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग 

दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार किए जाने का अनुरोध करने वाली याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी।

याचिका को त्वरित सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी और न्यायमूर्ति एजे भंभानी की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया गया। मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर की ओर से दाखिल इस याचिका में घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किए जाने और हिंसा में मारे गये व घायल हुए लोगों को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है।

मेरठ से भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कोर्ट में सरेंडर, जानें क्या था मामला 

अधिवक्ता नेहा मुखर्जी ने याचिका का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी मांग है कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो लोगों को भड़का रहे हैं और नफरत भरे भाषण दे रहे हैं, जिसके कारण उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा हुई।

याचिका में राष्ट्रीय राजधानी और ऐसे क्षेत्र में जहां लोगों पर सांप्रदायिक हमले अधिक हो रहे हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए केंद्र को सेना की तैनाती करने के निर्देश दिए जाने का अनुरोध भी किया गया है।

Related Post

cm yogi

यूपी में जल परिवहन और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, प्राधिकरण के गठन को कैबिनेट की मंजूरी

Posted by - February 6, 2025 0
लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने राज्य में जल परिवहन एवं जल पर्यटन को विकसित करने की दिशा…
CM Nayab Singh

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से रोशन होंगे लाखों परिवार: मुख्यमंत्री नायब

Posted by - August 16, 2024 0
कैथल।‌ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh) ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Free…
Maharashtra

महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल के बीच दिल्ली पहुंचे देवेंद्र फडणवीस

Posted by - June 28, 2022 0
नई दिल्ली: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार में चल रहे…
सबरीमला

Flashback 2019: सबरीमला में महिलाओं के सुरक्षित प्रवेश पर आदेश देने से कोर्ट का इनकार

Posted by - December 14, 2019 0
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने महिला कार्यकर्ताओं को सुरक्षा मुहैया कराते हुए सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने का केरल सरकार…