छत्तीसगढ़ सरकार ने बेटियों की उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की घोषणा की है। अब सरकारी स्कूलों से 10वीं या 12वीं पास करने वाली छात्राओं को अजीम प्रेमजी स्कॉलरशिप योजना के तहत हर साल ₹30,000 की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इस योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री विष्णुदेवा साय (CM Vishnudev Sai) ने रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में की।
मुख्यमंत्री (CM Vishnudev Sai) ने इस अवसर पर कहा कि बेटियों को शिक्षित करना पूरे समाज को शिक्षित करने जैसा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं की उच्च शिक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस स्कॉलरशिप के जरिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं को कॉलेज या डिप्लोमा की पढ़ाई पूरी करने में मदद मिलेगी।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के साथ एमओयू के जरिए यह योजना शुरू की जा रही है। सीएम साय (CM Vishnudev Sai) ने फाउंडेशन को इसके लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पहल हजारों बेटियों के सपनों को पंख देगी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ ने बीते वर्षों में हर क्षेत्र में प्रगति की है और बेटियों ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है। अब यह जरूरी है कि आर्थिक तंगी के कारण कोई भी बेटी अपनी पढ़ाई अधूरी न छोड़े।
कैसे मिलेगा लाभ?
इस योजना उन छात्राओं के लिए है जो छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों से नियमित रूप से 10वीं या 12वीं पास कर चुकी हैं और 2025-26 सत्र में किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में ग्रेजुएशन या डिप्लोमा के पहले वर्ष में दाखिला ले रही हैं। स्कॉलरशिप के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से होगा।
छात्राएं वेबसाइट https://azimpremjifoundation.org/what-we-do/education/azim-premji-scholarship/ पर या दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर आवेदन कर सकती हैं। आवेदन दो चरणों में स्वीकार किए जाएंगे, पहला चरण 10 से 30 सितंबर 2025 तक और दूसरा 10 से 31 जनवरी 2026 तक।
फाउंडेशन इस पूरी प्रक्रिया को निःशुल्क संचालित करेगा। अगर किसी प्रकार की धोखाधड़ी या समस्या की जानकारी किसी को लगती है तो वह scholarship@azimpremjifoundation.org पर भेज सकते हैं। सीएम (CM Vishnudev Sai) ने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को मजबूती देगी और समाज में बेटियों को आगे बढ़ने का मौका देगी। सभी कॉलेजों और स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि इस योजना की जानकारी हर छात्रा तक जरूर पहुंचे।