देहरादून। प्रथम सीडीसी विपिन रावत (CDS Vipin Rawat) का जाना उत्तराखंड के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनकी राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना ने तमाम लोगों को प्रेरणा देने का काम किया है। आज भले ही जनरल विपिन रावत हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके विचार और प्रेरणा हम सबका मार्गदर्शन करेंगी।
गुरुवार को यह विचार भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश मुख्यालय के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनरल रावत मूलत: राष्ट्रवादी थे और उनके हर क्षण में समर्पण प्रमुख था, जिस दिन यह घटना घटी ऐसा लगा हमारा बहुत कुछ चला गया। सीडीएस जनरल रावत (CDS Vipin Rawat) जिंदादिल इंसान थे और हौसलों से उड़ान देना उनकी प्राथमिकता थी।
अपना संस्मरण सुनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने उनसे एक बार कुछ प्रमुख सैन्य क्षेत्रों पर जाने की चर्चा की तो उन्होंने कहा कि आप इसके बजाय महार रेजीमेंट जाएं आपके पिताजी ने वहां कार्य किया था। उन्होंने उसकी व्यवस्था भी बनाई थी लेकिन उनका आकस्मिक निधन हो गया। इससे पहले कार्यक्रम की दृष्टि से उन्होंने मंत्री गणेश जोशी के मोबाइल पर लंबी बात की थी और कार्यक्रम भी बनाया था, लेकिन मेरा जाना नहीं हो पाया।
उन्होंने बताया कि महार रेजीमेंट से दो बार फोन भी आया लेकिन व्यस्तता के कारण नहीं जा सका। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आगमन पर सेनाध्यक्ष मनोज पाण्डे ने भी वहां जाने की चर्चा की लेकिन दो मेरे कार्यक्रम टले और बाद में जाना हुआ। महार रेजीमेंट सागर, मध्य प्रदेश से मुझे बड़ा प्रेम मिला और जनरल रावत का हर पल मुझे ध्यान आता रहा। उनके बड़े सपने थे। उन्होंने सेना को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य किया। सेना अनुशासन देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति सिखाती है। मैं ऐसे प्रखर सपूत सीडीएस जनरल विपिन रावत को अपना श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। उनका राज्य के लिए जो विचार किया था, वह प्रेरणादायी है और सदैव हमारी स्मृति में बने रहेंगे।
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प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने जनरल विपिन रावत को याद करते हुए कहा कि ऐसा समर्पित सेनानी वर्षों बाद पैदा होता है जो राष्ट्र के लिए जिये और राष्ट्र को समर्पित हो जाए। उन्होंने कहा कि सैकड़ों वरिष्ठ अधिकारी रहेंगे जिन्होंने सेना के लिए महत्वपूर्ण किया है लेकिन जनरल विपिन रावत कई मायनों में उन अधिकारियों से अलग रहे हैं। उन्हें पहला सीडीएस होने का गौरव भी मिला है जो अब किसी और को नहीं मिल पाएगा। उनके समर्पण और सैन्य भावना के साथ-साथ देश प्रेम को सांगठनिक रूप से मैं प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा कि जनरल विपिन रावत हमारी स्मृतियों में बने रहेंगे। उनकी देश और प्रदेश के प्रति की गई सेवाओं को भुला पाना कठिन है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा है कि जनरल विपिन रावत सबकी स्मृतियों में रहेंगे। इसका कारण उनका व्यक्तित्व और कृतित्व है। उन्होंने आजीवन सेना और देश के लिए कार्य किया है। इसी के तहत उन्होंने अपना सर्वस्व अर्पण भी कर दिया है। ऐसे अविरल सेनानी को उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन।
कार्यक्रम में विशिष्ट विभूतियां उपस्थित थी उनमें कृषि मंत्री गणेश जोशी, विधायक सविता कपूर महामंत्री खिलेन्द्र चौधरी, उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह गढ़वाली, कार्यालय सचिव कौस्तुभानंद जोशी समेत भारी संख्या में वरिष्ठ कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे।
                        
                
                                
                    
                    
                    
                    
                    
