घंटा, घड़ियाल, डमरू के डम-डम की आवाज और शंख के मंगलध्वनि के बीच भक्तों के हर-हर महादेव के जयघोष से श्मशान घाट गूंजता रहा। काशी के महाश्मशान पर होने वाली इस अनोखी होली से पहले बाबा मशाननाथ (Baba Vishvanath) की विशेष पूजा और आरती हुई। उसके बाद पूरा श्मशान होली की मस्ती में सराबोर दिखा।
ये है परम्परा
 
                         
                 
                                 
                     
                     
                     
                    
