पुंछ में आतंकियों से मुठभेड़ में एक जेसीओ समेत दो जवान शहीद, दो घायल

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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक जेसीओ और एक जवान शहीद हो गए। जेसीओ और सेना के जवान ने आतंकियों से मुठभेड़ करते हुए देश के लिए जान दे दी। भारतीय सेना के अफसरों ने इसकी पुष्टि की है।

जिला पुंछ के नाढ़ खास के घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाया है। सर्च ऑपरेशन में शामिल सेना के जवानों पर अचानक से गोलीबारी करते हुए आतंकवादियों ने जूनियर कमीशन अधिकारी समेत दो जवानों को शहीद कर दिया है। सैन्य प्रवक्ता के मुताबिक, जम्मू कश्मीर के पूंछ जिले के मेंधर सब डिवीज़न में सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में सेना के सूबेदार और सिपाही हमले में गंभीर रूप से जख्मी हो गए जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया। वहीं दो अन्य जवानों के घायल होने की खबर है।

तीन से चार आतंकियों के छुपे होने की खबर

सैन्य सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की संख्या तीन से चार के करीब है। यही नहीं ये पिछले तीन महीनों से इन्हीं जंगलों में छिपे हुए थे। सेना इन्हें मार गिराने का पूरा प्रयास कर रही है। सैन्य सूत्रों से यह भी पता चला है कि जंगलों में छिपे इन आतंकियों की तलाश के लिए सेना ने अपने विशेष दस्ते को तैनात किया है।

सेना के विशेष दस्ते ने दूरियां और सांयोट गांवों में आतंकियों के देखे जाने की सूचना के बाद से वहां सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। आतंकियों की मौजूदगी को देखते हुए सेना ने राजौरी-पुंछ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर रखी है।

पुलिस उप महानिरीक्षक राजौरी-पुंछ रेंज विवेक गुप्ता ने कहा कि आतंकवादियों को घेर कर एक इलाके तक सीमित कर दिया गया है। सुरक्षाबलों से बचकर आतंकियों का यह समूह दो-तीन महीने से यहां मौजूद था।

आपको बता दें कि इस वर्ष राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षाबल आतंकियों से लगातार मुकाबला कर रहे हैं। और कश्मीर के कई इलाकों में लगातार मुठभेड़ चल रही है। इस दौरान 12 अक्टूबर को पुंछ के सुरनकोट इलाके में डेरा की गली (डीकेजी) में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक जेसीओ समेत सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। इन जवानों ने आतंकियों से लड़ते हुए शहादत दी थी।

इससे पहले 12 सितंबर को  जिला राजौरी के मंजाकोट के ऊपरी इलाकों में एक तलाशी अभियान के बाद सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया था। 19 अगस्त को राजौरी के ही थानामंडी इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक जेसीओ शहीद हुआ था जबकि 6 अगस्त को थानामंडी बेल्ट में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादी मारे गए थे।

 

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