मध्य प्रदेश की संस्कृतिमंत्री उषा ठाकुर अकसर अपने किसी न किसी बयान को लेकर चर्चा में रहती हैं। अब उन्होंने कहा है कि उनके साथ सेल्फी लेने के इच्छुक लोगों को 100 रु. का भुगतान करना होगा। उनका कहना है कि यह एक “समय लेने वाली प्रक्रिया” है और यह राशि पार्टी के काम के लिए जमा की जाएगी।उन्होंने यह भी कहा कि वह गुलदस्ते के बजाय किताबें स्वीकार करेंगी क्योंकि केवल भगवान विष्णु को ही फूल चढ़ाए जा सकते हैं।
उषा ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि फूलों के गुलदस्ते के बजाय किताबें तोहफे में देनी चाहिए।ठाकुर ने भोपाल से करीब 250 किलोमीटर दूर खंडवा स्थित भाजपा कार्यालय में शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि अब वह गुलदस्ता की जगह किताबें स्वीकार करेंगी, क्योंकि भगवान विष्णु के अलावा कोई भी ऐसा नहीं है जो साफ और बेदाग हो।
उन्होंने बताया, ‘‘सेल्फी में वक्त बहुत खराब होता है और कई बार हम घंटा-घंटा भर तक (कार्यक्रमों में पहुंचने के लिए) लेट हो जाते हैं। इसलिए संगठनात्मक दृष्टि से हमने यह विचार किया है कि अब जो भी सेल्फी लेना चाहते हैं, उसे सेल्फी लेने के लिए भाजपा के मंडल इकाई के कोषाध्यक्ष के पास 100 रुपये जमा करवाने होंगे, ताकि यह राशि संगठन के काम में आये।’’
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उन्होंने आगे कहा, ‘‘जो फूलों से स्वागत की बात है। उसके लिए मेरा शुरू से आग्रह रहा कि फूल में महालक्ष्मी का निवास मानते हैं। भगवान विष्णु के अलावा कोई भी ऐसा नहीं है जो बेदाग हो। इसलिए मैं स्वागत के लिए फूल स्वीकार नहीं कर सकती। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि गुलदस्ते की जगह किताब देनी चाहिए।’’