Flower holi

आज बिरज में खेली गई फूलों और लड्डुओं से होली

1281 0
मथुरा । होली का त्योहार ब्रज की गलियों में बड़े ही अद्भूत ढंग से मनाई जा रही है। यहां 40 दिनों तक होली धूमधाम से खेली जाती है। लड्डुओं की होली, फूलों की होली, लट्ठमार होली, गुलाल और रंगों की होली (Flower Lathmar and Laddu Holi) श्रद्धालुओं को खूब भाती है। दूरदराज से आए श्रद्धालु होली का आनंद ले रहे हैं।

गोकुल भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का साक्षी है। यहां इन दिनों होली के त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाए जा रहे हैं। गोकुल के रमणरेती गुरु शरणानंद महाराज के आश्रम में पांच दिवसीय होली महोत्सव कार्यक्रम चल रहा है। बुधवार को यहां चौथे दिन होली भव्यता के साथ खेली गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के बाद राधा-कृष्ण की लीलाएं और फूलों की होली का श्रद्धालुओं ने अद्भुत आनंद लिया। दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने गुरु शरणानंद महाराज के साथ भी होली खेली।

रमन रेती आश्रम में होली की धूम

बुधवार को गोकुल के रमन रेती गुरु शरणानंद महाराज के आश्रम में होली महोत्सव कार्यक्रम में चौथे दिन होली (Flower Lathmar and Laddu Holi) धूमधाम से खेली गई. दूरदराज से आए श्रद्धालु ने होली का अद्भुत आनंद लिया। आश्रम में लट्ठमार होली और फूलों की होली (Flower Lathmar and Laddu Holi) धूमधाम से खेल गई। इस दौरान भगवान कृष्ण की लीलाएं दिखाई गई। बता दें कि ब्रज में होली बसंत पंचमी की दिन से प्रारंभ हो जाती है। यहां 40 दिनों तक होली धूमधाम से खेली जाती है। लड्डुओं की होली, फूलों की होली, लट्ठमार होली, गुलाल और रंगों की होली श्रद्धालुओं को खूब भाती है।

बरसाना में 23 मार्च को होगी लट्ठमार होली

राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में 22 मार्च को एक बार फिर लड्डू मार होली खेली जाएगी। 23 मार्च को नंद गांव की ग्वाला बरसाने की गोपियां लट्ठमार होली खेलेंगी। लट्ठमार होली खेलने और देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। इस कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

परिवार सहित होली खेलने पहुंचे श्रद्धालु

श्रद्धालु महिला ने बताया कि ब्रज की होली का एक अद्भुत आनंद महसूस किया जाता है। हम लोगों ने परिवार के सदस्यों के साथ ब्रज की होली देखने और खेलने के लिए आए हैं। आज गोकुल में गुरु शरणानंद महाराज के आश्रम में होली खेली गई, बहुत ही मजा आया। एक और महिला श्रद्धालु ने बताया कि ब्रज में इस बार कोविड-19 वायरस की वजह से होली में कुछ रंग फीका रह गया, क्योंकि रंगों व गुलाल की होली नहीं खेली गई लेकिन इस बार फूलों और लड्डू की होली खेलकर मजा आया।

यहां 40 दिनों तक खेली जाती है होली

आश्रम के महंत ने बताया कि ब्रज में होली महोत्सव बसंत पंचमी के दिन से प्रारंभ होता है, जो 40 दिनों तक खेली जाती है। बुधवार को आश्रम में लड्डू मार होली, फूलों की होली (Flower Lathmar and Laddu Holi) और लट्ठमार होली खेली गई। दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने भी होली का आनंद लिया।

Related Post

Manali

मनाली में पत्नी के साथ प्रेमी को देख कर पति ने दोनों को मारी गोली, फिर खुद को उड़ाया

Posted by - June 24, 2022 0
मनाली: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मनाली (Manali) के एक होटल में शुक्रवार सुबह दिल्ली के एक कारोबारी ने अपनी…
कर्नाटक पर 'सुप्रीम' फैसला

कर्नाटक पर ‘सुप्रीम’ फैसले से बढ़ी बीजेपी की चिंता, येदियुरप्पा को छह विधायकों की दरकार

Posted by - November 13, 2019 0
नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 17 अयोग्य विधायकों की याचिका पर गुरूवार को आए सुप्रीम कोर्ट के…
सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने विदेश में फंसे भारतीयों को दी सलाह, कहा कि ‘जो जहां हैं,वहीं रहें’

Posted by - April 13, 2020 0
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने ‘कोविड-19’ को लेकर जारी पूर्णबंदी के कारण विदेश में फंसे भारतीयों को सोमवार को सलाह…

यूपी विधानसभा की गई सैनेटाईज, 31 मार्च तक बाहरी व्यक्ति की नो इंट्री

Posted by - March 20, 2020 0
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने महत्वपूर्ण फैसला लिया।…