Imran Khan in Assembly

इमरान खान की कुर्सी बची, 178 वोटों के साथ हासिल किया विश्वास मत

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इस्लामाबाद । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। इमरान खान  (Imran Khan) ने 178 वोटों के साथ विश्वास मत हासिल किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। इमरान खान ने 178 वोटों के साथ विश्वास मत हासिल किया है।

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इमरान खान (Imran Khan) को नेशनल एसेंबली में 171 सांसदों को समर्थन चाहिए था। उन्हें 178 मत हासिल हुए। 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में खान की पार्टी के 157 सदस्य हैं। निचले सदन में विपक्षी पीएमएल-एन और पीपीपी के क्रमशः 84 और 54 सदस्य हैं।

इससे पहले विपक्षी गठबंधन ने घोषणा की थी कि वह विश्वास मत का बहिष्कार करेंगे और दावा किया था कि सीनेट चुनाव में उनके उम्मीदवार की जीत ही प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव है।

पीडीएम, खान की सरकार को गिराने के लिए पिछले साल सितंबर में में 11-दलीय गठबंधन बनाया गया था। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा था कि शनिवार को होने वाले नेशनल असेंबली के सत्र में विपक्ष का कोई भी सदस्य शामिल नहीं होगा जिसमें प्रधानमंत्री खान विश्वास मत हासिल करेंगे।

इमरान ने ये दिया था बयान

इस संबंध में इमरान खान (Imran Khan) ने कहा था कि वह अपनी सरकार की वैधता साबित करने के लिए विश्वास मत का सामना करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र का मजाक बनाने के लिए महागठबंधन की आलोचना की और कहा कि वह भ्रष्टाचारियों को नहीं छोड़ेंगे।

पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार शेख को हराकर प्रधानमंत्री खान को एक बड़ा झटका दिया था ,जिन्होंने अपने मंत्रिमंडल सहयोगी के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रचार किया था।

क्रिकेटर से नेता बने 68 वर्षीय खान ने कहा था कि मैं विश्वास मत हासिल करूंगा। मैं अपने सदस्यों से यह दिखाने के लिए कहूंगा कि उनका मुझ पर विश्वास है। अगर वे कहते हैं कि उन्हें कोई भरोसा नहीं है, तो मैं विपक्षी बेंच पर बैठूंगा।

खान ने कहा, ‘अगर मैं सरकार से बाहर होता हूं, तो मैं लोगों के पास जाऊंगा और उन्हें देश के लिए अपना संघर्ष जारी रखने के लिए कहूंगा।’

अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार प्रोफेसर हर्ष वी पंत ने इस मामले को लेकर कहा ‘यह इमरान खान के लिए करो या मरो की स्थिति है इसीलिए उन्होंने सांसदों से भावनात्मक अपील भी की है।’

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