Pharmaceutical Sector

शिक्षण संस्थान, रिसर्च लैब और इंडस्ट्री पर होगा फोकस: सीएम योगी

298 0

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)  ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में फार्मस्युटिकल सेक्टर (Pharmaceutical Sector) के विकास की संभावनाओं पर चर्चा की। विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने फार्मा सेक्टर में शोध-अनुसंधान को प्रोत्साहित करने पर बल देते हुए प्रदेश में एक नवीन संस्थान की स्थापना के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए..

फार्मा मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों की संख्या में उत्तर प्रदेश देश का 06वां सबसे बड़ा राज्य है, अब हमारा लक्ष्य देश में अग्रणी राज्य बनने का है। इसी प्रकार देश में फार्मा मैन्युफैक्चरिंग में अभी हमारा योगदान 2% का है जिसे 10-12% तक पहुंचाने की आवश्यकता है। फार्मास्युटिकल सेक्टर (Pharmaceutical Sector) में विकास बड़ी संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश को इन संभावनाओं का लाभ उठाना चाहिए। दवा निर्माण के साथ-साथ हमें शोध-अनुसंधान पर भी फ़ोकस करना होगा।

प्रदेश में आईआईटीआर, सीडीआरआई, सीमैप और एनबीआरआई जैसे उच्चस्तरीय शोध संस्थान क्रियाशील हैं। जबकि एसजीपीजीआई, केजीएमयू जैसे अकादमिक संस्थान भी हैं। नियोजित प्रयासों से बीते कुछ वर्षों में लखनऊ बायोफार्मा हब के रूप में उभर कर आया है। फार्मास्युटिकल सेक्टर (Pharmaceutical Sector) के लिए एकेटीयू व अन्य प्राविधिक शिक्षण संस्थान मानव संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम हैं। प्रदेश में फार्मा पार्क निर्माण की कार्यवाही चल रही है तो मेडिकल डिवाइस पार्क का भी निर्माण किया जाना है। इस संसाधनों का बेहतर लाभ उठाना होगा।

दवा उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए हमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षण संस्थानों, रिसर्च लैब और इंडस्ट्री, तीनों क्षेत्रों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसे में फार्मास्युटिकल रिसर्च एंड इनोवेशन इंस्टीच्यूट की स्थापना की जानी चाहिए। यह संस्थान मूलतः शोध और नवाचार पर केंद्रित होगा, साथ ही सेक्टर से संबधित अन्य संस्थानों व इंडस्ट्री के बीच सेतु का काम करेगा।

13 नगर निगमों में अपने दम पर पहली बार भाजपा का बोर्ड

फार्मास्युटिकल रिसर्च एंड इनोवेशन इंस्टीच्यूट के स्वरूप के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें। सेक्टर विशेषज्ञों का पैनल तैयार करें। फार्मास्युटिकल सेक्टर की भविष्य की जरूरतों का आकलन करें और दुनिया भर के बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करते हुए आगामी 15 दिनों के भीतर विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करें। राजधानी लखनऊ में इसके लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित की जाए। यह संस्थान राष्ट्रीय फलक पर उत्तर प्रदेश को फार्मास्युटिकल शोध-अनुसंधान और मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने वाला होगा।

Related Post

Maha Kumbh

महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सेवा में लगेंगी परिवहन निगम की 40 इलेक्ट्रिक बसें

Posted by - January 4, 2025 0
महाकु्म्भ नगर। महाकुम्भ (Maha Kumbh) के दौरान श्रद्धालुओं को परिवहन सेवा सुलभ कराने के लिए योगी सरकार इलेक्ट्रिक बसों का…

हरियाणा: यह Tik Tok स्टार चुनावी मैदान में भाजपा की ओर से कांग्रेस को देंगी चुनौती

Posted by - October 3, 2019 0
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए आखिरी लिस्ट भी सामने आ गई है। इसमें टिक…
AK Sharma

सरयू नदी से गोठां ग्राम तक बेहतर कनेक्टिविटी से बढ़ेगा स्थानीय विकास: ऊर्जा मंत्री

Posted by - November 18, 2025 0
लखनऊ/मऊ: नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने अपने मऊ प्रवास के दौरान भारत सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग…