लखनऊ/ बुलंदशहर: योगी सरकार द्वारा लगातार प्रदेश के पांरपरिक उद्याेगों को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के साथ आधुनिकता से जोड़ा जा रहा है। इसी के तहत योगी सरकार ने पिछले आठ वर्षों में लोकल फॉर वोकल को आत्मसात करते हुए वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडेक्ट के जरिये प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों को नई पहचान दी है। इस दिशा में योगी सरकार द्वारा एक अनूठी पहल की गयी है। योगी सरकार के निर्देश पर बुलंदशहर में “अनोखी दुनिया” (Anokhi Duniya) नाम से एक पार्क बनाया गया है, जिसे सिरेमिक वेस्ट से बनाया गया है, यह दुनिया का पहला सिरेमिक वेस्ट पार्क है। यह पार्क माह के अंत तक पर्यटकों के लिए आेपन कर दिया जाएगा। यह पार्क विश्वस्तरीय डिज्नी वर्ल्ड और जुरासिक पार्क को टक्कर देगा।
बच्च्चों के गेमिंग जोन बनें कप, केतली और सुराही, पीपीपी मोड पर बनाया गया पार्क
बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण वीसी डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि बुलंदशहर के खुर्जा को ‘सिरेमिक की राजधानी’ कहा जाता है। यहां बने विश्वस्तरीय डिज़ाइन, आकार, शैली के बर्तन व उत्पाद देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुके हैं। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरुप खर्जा की पारंपरिक विरासत को विश्व पटल पर अलग पहचान दिलाने के लिए ‘अनोखी दुनिया’ (Anokhi Duniya) नामक सिरेमिक पार्क का निर्माण किया गया है। यह पार्क न केवल खुर्जा की कला और कारीगरी को प्रदर्शित करता है, बल्कि शहर को पर्यटन की दृष्टि से भी एक नया मुकाम दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा। वीसी ने बताया कि अनोखी दुनिया नामक पार्क को पीपीपी माेड पर बनाया गया है। यह पार्क करीब 2 एकड़ में फैला हुआ है।
इस पार्क की खासियत है कि यह दुनिया का पहला सिरेमिक वेस्ट पार्क है। उन्होंने बताया कि अनोखी दुनिया पार्क में छह कलाकारों और 120 कारीगरों की टीम ने मिलकर कई महीनों की मेहनत से करीब 100 छोटी-बड़ी अनोखी कलाकृतियां तैयार की हैं। इसमें 28 बड़ी कलाकृतियां मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं। यह कलाकृतियां टूटी हुई सुराहियों, कप, केतली और अन्य बर्तनों के टुकड़ों से बनाई गईं हैं। यहां बड़े आकार के कप, केतली, सुराही और कई अन्य कलात्मक नमूने देखने को मिलेंगे, जिन्हें रंग-बिरंगे और आकर्षक अंदाज़ में सजाया गया है। यह पार्क सभी आयु वर्ग के लोगों को लुभाने में सक्षम है।
5 करोड़ 86 लाख की लागत से बनकर तैया हुआ पार्क, वेस्ट टू आर्ट का उत्कृष्ट उदाहरण है पार्क
वीसी डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि पार्क को 80 टन सिरेमिक कचरे से तैयार किया गया है, जो ‘वेस्ट-टू-आर्ट’ का उत्कृष्ट उदाहरण है। अनोखी दुनिया पार्क पीपीपी मोड पर 5 कराेड़ 86 लाख की लागत से बनकर तैयार हुआ है। यह पार्क पयर्टकों के लिए सितंबार माह के अंत तक ओपन कर दिया जाएगा। इस पार्क में ग्रीनरी का भी विशेष ध्यान रखा गया है, जो हार्टिकल्चर पर आधारित है। पार्क में बच्चों के लिए कई सेल्फी प्वाइंट और एक कैफे भी बनाया गया है।
इस पार्क में हर आयु वर्ग के लिए कुछ न कुछ विशेष है, जो उन्हे अपनी ओर आकर्षित करेगा। इस पार्क की सुंदरता और रखरखाव के लिए पर्यटकों से शुल्क भी लिया जाएगा। यह शुल्क बहुत ही मिनिमम हाेगा। यह धनराशि पार्क के रखरखाव पर खर्च की जाएगी। वीसी ने बताया कि यह पार्क न केवल कचरे के दोबारा उपयोग का शानदार उदाहरण है बल्कि डबल इंजन की सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को भी गति प्रदान करेगा।
स्थानीय सिरेमिक उत्पाद की बढ़ेगी डिमांड, शहर की अर्थव्यवस्था को मिलेगी उड़ान
यह पार्क खुर्जा को एक नए पर्यटन नक्शे पर स्थापित करेगा। यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय बाजार से सिरेमिक उत्पाद भी खरीदेंगे, जिससे उद्योग को सीधा लाभ होगा। साथ ही यह पार्क अन्य शहरों के लिए भी एक माॅडल बनेगा कि किस प्रकार कचरे को कला में बदलकर सतत विकास का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश में उद्योग और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहे हैं। ऐसे में ‘अनोखी दुनिया’ (Anokhi Duniya) पार्क उनके पर्यटन और स्वच्छता के विजन का जीता जागता उदाहरण है। यह क्रिएटिव पार्क खुर्जा की प्रमुख उद्योग धरोहर को प्रदर्शित करने के साथ-साथ स्थानीय पर्यटन को भी नई उड़ान देगा। उम्मीद है कि पार्क में देश-विदेश से पर्यटक आएंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और शहर की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।