रामनाथ कोविंद

विश्वविद्यालयों का शोध ऐसा हो जिसे मानव समाज धारण कर सके: रामनाथ कोविंद

843 0

भुवनेश्वर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि विश्वविद्यालय विचारों के केंद्र हैं, लेकिन वह एकाकी नहीं हैं। यह समाज का ही हिस्सा हैं। समाज में परिवर्तन इससे जुड़े हुए हैं ।

विश्वविद्यालय को आगे ले जाने के लिए राष्ट्रपति ने पुरातन छात्रों को आगे आने का आह्वान किया

यह बात रामनाथ कोविंद ने उत्कल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कही। उन्होंने कहा कि ओडिशा ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है। इस विश्वविद्यालय के छात्रों ने देश को गौरावान्वित किया है। देश के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यह प्रमुख शिक्षानुष्ठान बनेगा। पांच से सात साल में यह विश्वविद्यालय देश के श्रेष्ठ विश्व विद्यालय में शामिल हो जाएगा। विश्वविद्यालय को आगे ले जाने के लिए राष्ट्रपति ने पुरातन छात्रों को आगे आने का आह्वान किया है।

पाइक विद्रोह स्मारक गौरवशाली इतिहास से देशवासियों को कराएगा परिचित : राष्ट्रपति 

विश्वविद्यालयों के अकादमिक समुदायों को केवल नए ज्ञान के आधार के लिए शोध नहीं करना चाहिए

रामनाथ कोविंद ने कहा कि विश्वविद्यालयों के अकादमिक समुदायों को केवल नए ज्ञान के आधार के लिए शोध नहीं करना चाहिए। बल्कि जिस ज्ञान को मानव समाज धारण कर सके। उसके लिए शोध करना चाहिए । राष्ट्रपित ने यह आह्वान उत्कल विश्वविदियालय के प्लेटिनम जुबली समारोह के समापन पर किया। राष्ट्रपति ने कहा कि प्लैटिनम जुबली जैसे अवसर मील का पत्थर होते हैं। एक लंबी यात्रा के बाद हम रुक कर देखते हैं कि हमने क्या किया है और फिर आगे बढ़ते हैं? विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों को देख कर इसमें क्या सुधार हम कर सकते हैं, यह समय की आवश्यकता है ।

पर्यावरण, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे विषयों पर ध्यान दिया जाना चाहिए

उन्होंने कहा कि छात्र व शिक्षकों को वंचित लोगों के सशक्तीकरण की थीम को लेकर संवेदनशील होना चाहिए। पर्यावरण, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे विषयों पर ध्यान दिया जाना चाहिए । उत्कल विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालयमल्टी डिसिप्लिनरी फैक्लटी होने के कारण इसे बेहतर तरीके से कर सकते हैं ।

समारोह में राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केन्द्रीयमंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री अरुण साहु और कुलपति सौमेन्द्र मोहन पटनायक आदि गणमान्य उपस्थित रहे । इससे पहले खुर्दा जिले के वरूणेई में पाइक विद्रोह स्मारिकी शिलान्यास उत्सव में भाग लेते हुए रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पाइक विद्रोह स्मृति स्थल का शिलान्यास करते हुए कहा है कि यह आगामी पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करेगी।

Related Post

उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के मामले में युवक गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के मामले में युवक गिरफ्तार

Posted by - March 6, 2021 0
महोबा जिले की शहर कोतवाली पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून के तहत मामला दर्जकर शुक्रवार…
mamata banerjee

ममता ने BJP को बताया राक्षसों की पार्टी, कहा- नहीं देखा ऐसा कठोर-निर्मम प्रधानमंत्री

Posted by - March 22, 2021 0
पश्चिम बंगाल चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग का दौर चल रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री और…
Bihar Panchayati Raj Minister

बिहार: पंचायती राज मंत्री ने अपने बर्ताव के लिए विधानसभा अध्यक्ष से मांगी माफी

Posted by - March 17, 2021 0
पटना। बिहार विधानसभा में पंचायती राज मंत्री (Bihar Panchayati Raj Minister) सम्राट चौधरी (Samrat Choudhry) ने अपने बर्ताव के लिए…