मध्य प्रदेश सत्ता संग्राम

मध्य प्रदेश सत्ता संग्राम: बीजेपी ने विधायकों को जारी किया व्हिप

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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के सोमवार 16 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया।

बीजेपी के मुख्य सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा की ओर से जारी व्हिप में पार्टी विधायकों को निर्देशित किया

भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा की ओर से जारी व्हिप में पार्टी विधायकों को निर्देशित किया गया है कि सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के संपूर्ण सत्र में सदन की संपूर्ण कार्यवाही के दौरान वे मौजूद रहें। और फ्लोर टेस्ट (बहुमत परीक्षण) के दौरान भाजपा दल के पक्ष में अनिवार्य रूप से मतदान करें।

भाजपा के लगभग एक सौ विधायक इस समय दिल्ली के पास एनसीआर क्षेत्र में एक होटल में रुके हुए हैं

राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि वे सोमवार को उनके अभिभाषण के बाद सदन में बहुमत साबित करें। भाजपा के लगभग एक सौ विधायक इस समय दिल्ली के पास एनसीआर क्षेत्र में एक होटल में रुके हुए हैं। वहीं  ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कांग्रेस विधायक बंगलूर में रुके हुए हैं। श्री सिंधिया अब भाजपा में आ चुके हैं।

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मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने सरकार को 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दिया

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने सरकार को 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दिया है। इससे पहले विधानसभा के स्पीकर ने कांग्रेस गे बागी विधायकों को आज शाम पांच बजे तक पेश होने का निर्देश दिया। वहीं, भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर जल्द बहुमत परीक्षण कराने की मांग की थी।

विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कांग्रेस के बागी विधायकों को 15 मार्च शाम 5 बजे तक पेश होने का नोटिस जारी किया

वहीं, विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कांग्रेस के बागी विधायकों को 15 मार्च तक पेश होने का नोटिस जारी किया है। विधायकों को 15 मार्च (रविवार) शाम 5 बजे तक पेश होने को कहा गया है। वहीं, बागी विधायकों ने राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर सुरक्षा देने की मांग की है। इस बीच, भाजपा ने राज्यपाल से मुलाकात कर कमलनाथ सरकार को जल्द से जल्द बहुमत परीक्षण का निर्देश देने की मांग की।

स्पीकर ने 22 विधायकों को तीन अलग-अलग तारीखों में पेश होने के लिए नोटिस दिया था

इससे पहले स्पीकर ने 22 विधायकों को तीन अलग-अलग तारीखों में पेश होने के लिए नोटिस दिया था। सूत्रों ने कहा, अगर विधायक स्पीकर के सामने उपस्थित नहीं होते तो सरकार बहुमत परीक्षण टाल सकती है। सरकार सुप्रीम कोर्ट भी जा सकती है। दरअसल, संसदीय कार्यमंत्री गोविंद सिंह ने शुक्रवार को स्पीकर से विधायकों के इस्तीफे की जांच की मांग की थी। गौरतलब है कि बंगलूरू के रिजॉर्ट में रुके ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी 19 सहित 22 कांग्रेस विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।

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