टेक डेस्क। फेसबुक के लिए यूजर्स की निजी जानकारी को साझा करना मुसीबत बन सकता है। डेटा प्राइवेसी के मामलों में फेडरल ट्रेड कमीशन तीन से पांच अरब डॉलर का जुर्माना लगा सकता है। अब तक अमेरिकी सरकार पर सिलिकॉन वैली की बड़ी टेक कंपनियों से नरमी बरतने का आरोप लगता रहा है।
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आपको बता दें कंपनी ने कहा, ‘2019 की पहली तिमाही में हमने नुकसान का अनुमान लगाया है। FTC की जांच के मामले में तीन अरब डॉलर का प्रावधान किया गया है। हमारा अनुमान है कि इस मद में तीन से पांच अरब डॉलर का नुकसान होगा।’ दरअसल, 2011 में फेसबुक ने एफटीसी के साथ समझौता किया था, जिसके तहत सोशल मीडिया साइट को डेटा शेयर करने के लिए यूजर्स की सहमति की जरूरत की शर्त थी।
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जानकारी के मुताबिक फेसबुक ने जनवरी-मार्च तिमाही में 2.4 अरब डॉलर यानी करीब 17, 000 करोड़ रुपए का मुनाफा घोषित किया है। यह पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 51 फीसदी कम है। कंपनी ने डेटा प्राइवेसी से जुड़े मामले में कानूनी खर्चों के लिए तीन अरब डॉलर अलग रखे हैं। इसलिए मुनाफे में कमी आई है।
 
                         
                 
                                 
                     
                     
                     
                     
                    
